कर्नाटक: भाजपा नेता ईश्वरप्पा के लाउडस्पीकर से अजान के विरोध में दिये बयान के बाद युवक ने सरकारी दफ्तर में अदा की नमाज, बजरंग दल ने गोमूत्र से किया दफ्तर का शुद्धिकरण
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 22, 2023 12:37 PM2023-03-22T12:37:40+5:302023-03-22T12:45:06+5:30
कर्नाटक के शिमोगा में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने बीते सोमवार को डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर का गोमूत्र से "शुद्धिकरण" किया क्योकि वहां पर एक मुस्लिम युवक ने भाजपा नेता ईश्वरप्पा द्वारा नमाज के खिलाफ की गई टिप्पणी के विरोध में नमाज अदा की थी।
बेंगलुरु: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की चल रही तैयारियों के बीच हिंदू संगठन बजरंग दल ने सूबे के शिमोगा में ऐसा कदम उठाया है, जिससे जिले में तनाव व्याप्त हो गया है। बताया जा रहा है कि बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने बीते सोमवार को शिमोगा में डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर को गोमूत्र से "शुद्ध" किया, जब एक मुस्लिम युवक ने भाजपा नेता द्वारा नमाज के खिलाफ की गई टिप्पणी का विरोध में वहां पर नमाज अदा की थी।
बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने शिमोगा उपायुक्त कार्यालय तक मार्च किया और उनके दफ्तर में उस स्थान पर गोमूत्र छिड़का, जहां मुस्लिम युवक ने नमाज अद की थी। दरअसल यह पूरा विवाद प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता ईश्वरप्पा के उस हालिया बयान से पनपा, जिसमें उन्होंने लाउडस्पीकर से होने वाले अजान का विरोध किया था।
समाचार वेबसाइट टेलीग्राफ के अनुसार भाजपा नेता ईश्वरप्पा के इस बयान का संज्ञान लेते हुए मौसीन अहमद नाम के युवक ने विरोध स्वरूप डिप्टी कमिश्नर कार्यालय तक विरोध मार्च किया और बाद में उसके दफ्तर के सामने अजान अदा की।
इस संबंध में जानकारी होते ही मौके पर मौजूद पुलिस ने मौसीन अहमद को गिरफ्तार कर लिया लेकिन बाद में उसे पुलिस स्टेशन से जमानत पर रिहा कर दिया गया। उसके बाद बजरंग दल के स्थानीय नेता राजेश गौड़ा ने शिमोगा में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि किसी भी सरकारी कार्यालय में अजान का पाठ करना "धार्मिक कट्टरता" को प्रदर्शित करने जैसा है।
उन्होंने कहा, “हर किसी को विरोध करने का अधिकार है लेकिन डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय में अजान अदा किया जाना मजहब विशेष की धार्मिक कट्टरता को प्रदर्शित करता है। इस कारण से बजरंग दल के कार्यकर्ताओं नेने उस स्थान को शुद्ध किया क्योंकि वह जगह अज़ान के लिए तय नहीं है।”
मालूम हो कि बोम्मई सरकार में मंत्री रहे भाजपा नेता ईश्वरप्पा ने बीते रविवार को दक्षिण कन्नड़ जिले में भाजपा की विजय संकल्प यात्रा में अजान के लिए लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर विवादित टिप्पणी की थी।
उन्होंने कहा था, “मैं जहां भी जाता हूं। लाउडस्पीकर से अजान होता है, जिसके कारण मेरे सिर में दर्द होता है। क्या उनका अल्लाह तभी सुनता है जब वो लाउडस्पीकर से चिल्लाते हैं?”
इस बयान के एक दिन बाद सोमवार को ईश्वरप्पा ने कहा कि वह अज़ान के लिए लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के खिलाफ हैं क्योंकि इससे स्कूली परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों और बीमार व्यक्तियों को परेशानी होती है।
वहीं शिमोगा में बजरंग दल द्वारा किये गये उपायुक्त दफ्तर के "गोमूत्र से शुद्धिकरण" के बाद ईश्वरप्पा ने कहा कि वह अज़ान के लिए सरकारी परिसरों के उपयोग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखेंगे।
ईश्वरप्पा ने अजान और लाउडस्पीकर पर मचे बवाल पर कहा कि जो लोग उनकी बातों के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें समझना चाहिए कि वे पाकिस्तान में नहीं बल्कि हिंदुस्तान में रहते हैं।
उन्होंने कहा, "जो लोग इस तरह से सरकारी कार्यालय में खुलेआम नमाज अदा करते हैं, शायद उन्हें पता नहीं है कि वे पाकिस्तान में रह रहे हैं या भारत में।"