भारत की 25 प्रतिशत आबादी में कोरोना से 43 प्रतिशत मौत, 30-59 वर्ष के लोग शामिल
By प्रिया कुमारी | Published: July 10, 2020 03:13 PM2020-07-10T15:13:21+5:302020-07-10T15:13:21+5:30
भारत में कोरोना से होने वाली मृत्यु में 30-59 वर्ष वाले लोगों को सबसे ज्यादा खतरा है। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना से होने वाली 43 प्रतिशत मृत्यु में 30-59 उम्र के लोग शामिल थे, जो भारत की 25 प्रतिशत आबादी है।
कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से दुनियाभर में बढ़ रहा है। वहीं भारत में कोरोना के आंकड़ें 7 लाख पार कर चुके हैं, 21,129 लोगों की कोरोना से जान जा चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना का सबसे अधिक खतरा 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को है, जबकि 30-44 और 45-59 वर्ष वाले लोग की मौत 43 प्रतिशत तक हुई है। 45 वर्ष के अधिक उम्र के लोग भारत के 25 प्रतिशत भारतीय आबादी में शामिल हैं, जिसे कोरोना से सबसे अधिक खतरा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चला है कि 45-74 आयु वर्ग में सबसे अधिक 71 प्रतिशत मौतें हुई हैं। वहीं 45 से 47 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना से संक्रमित होने का खतरा है जो कि भारत का 25 प्रतिशत जनसंख्या में शामिव हैं। लेकिन आंकड़ों से यह भी पता चला है कि 30-44 वर्ष और 45-59 वर्ष के बीच के लोग 37% जनसंख्या शामिल है, जहां 43 प्रतिशत लोगों की मौत हुई है।
शेयर किए गए आंकड़ों में उम्र के हिसाब से ज्यादा बदलाव नहीं देखने को मिले हैं। वहीं कुल मृत्यु दर में बढ़ोतरी हुई है। वहीं ताजा आंकड़ो की बात करें तो स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना के कुल 7.67 लाख से अधिक केस दर्ज किए गए हैं। वहीं रिकवरी रेट 4.76 लाख है। कोरोना के नए केस और ठीक होने की तुलना में रिकवरी रेट में 2 लाख की बढोतरी हुई है।
3 मई को 26.59% और 31 मई को 47.40% रिकवरी रेट थी जो वर्तमान की दर 62.09% तक सुधरी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया है कि कोरोना के सक्रिय केस से ज्यादा रिकवरी रेट में बढोतरी हो रही है। दुनिया भर में जनसंख्या के हिसाब से भारत में कम मौतें हुई हैं।