पीएम मोदी ने कहा-भारत और भूटान की संस्कृति साझा, हमारा रिश्ता बेहद खास
By स्वाति सिंह | Published: August 18, 2019 09:29 AM2019-08-18T09:29:57+5:302019-08-18T09:44:08+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह दूसरी भूटना यात्रा है और दूसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री ने भूटान के प्रधानमंत्री के साथ शनिवार को विभिन्न विषयों पर बातचीत की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भूटान की रॉयल यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने कहा उन्होंने भूटान के रॉयल यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि हम सिर्फ भौगोलिक रूप से नहीं जुड़े हैं, बल्कि सांस्कृति रूप से गहराई से जुड़े हुए हैं।
भूटान में पीएम मोदी ने कहा 'भूटान आने वाला कोई भी व्यक्ति अपनी प्राकृतिक सुंदरता से उतना ही प्रभावित होता है जितना कि उसके लोगों की गर्मजोशी और सादगी से'। यहां संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा 'भारत वह भूमि है जहां राजकुमार सिद्धार्थ गौतम बुद्ध बने और फिर बौध धर्म का प्रकाश दुनियाभर में फैला।
उन्होंने आगे कहा 'आज भारत में कई ऐतिहासिक बदलाव हो रहे हैं। भारत तेजी से गरीबी मिटा रहा है, इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण की गति दोगुनी हो गई है।दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना भारत में चल रही है। जिसमें 50 करोड़ लोगों को मुफ्त इलाज मिल रहा है।' पीएम मोदी ने 'आज मैं भूटान के सबसे प्रतिभावान युवाओं से मिल रहा हूं, आप में से भूटान के भविष्य के नेता, इनोवेटर, बिनसमैन, खिलाड़ी, आर्टिस्ट और साइंटिस्ट निकलेंगे।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय भूटान दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात की। इसके साथ ही भारत-भूटान साझेदारी को आगे ले जाने वाले ‘‘अनुकरणीय’’ विचारों का आदान-प्रदान किया। बता दें कि मोदी की यह दूसरी भूटना यात्रा है और दूसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री ने भूटान के प्रधानमंत्री के साथ शनिवार को विभिन्न विषयों पर बातचीत की।
इस दौरान दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय भागीदारी को और प्रगाढ बनाने के कदमों पर चर्चा की। दोनों देशों ने अपने संबंधों में नयी ऊर्जा का संचार करने के लिए 10 सहमति करार पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों ने अंतरिक्ष अनुसंधान, विमानन, सूचना प्रौद्योगिकी, बिजली एवं शिक्षा सहित दस क्षेत्रों में सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किये। मोदी ने शब्दरूंग नामग्याल द्वारा 1629 में निर्मित सिमटोखा जोंग में खरीदारी कर रूपे कार्ड की भी शुरुआत की।
सिमटोखा जोंग भूटान में सबसे पुराने स्थलों में एक है और यह मठ और प्रशासनिक मामलों का केंद्र है। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि वह बेहद खुश हैं हमने भूटान में रूपे कार्ड की शुरूआत की है। इससे डिजिटल भुगतान और व्यापार तथा पर्यटन में हमारे संबंध और आगे बढ़ेंगे। हमारी साझा आध्यात्मिक धरोहर और लोगों के बीच मजबूत आपसी संपर्क हमारे संबंधों की कुंजी हैं।'