कोरोना को लेकर सरकार ने दी चेतावनी, 'कोविड की अगली लहर तेजी से पहुंचेगी चरम पर यदि...'
By अभिषेक पारीक | Published: June 4, 2021 09:06 PM2021-06-04T21:06:12+5:302021-06-04T21:12:15+5:30
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को एक चेतावनी जारी करते हुए कहा कि लोग जो दिसंबर और जनवरी में कर रहे थे, अगर वही वे वापस करने लगेंगे तो स्थिति फिर से खराब हो जाएगी।
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर ज्यादातर राज्यों में कमजोर पड़ रही है। संक्रमण के मामले और मौतों की संख्या में लगातार कमी देखी जा रही है। हालांकि केंद्र सरकार ने शुक्रवार को एक चेतावनी जारी करते हुए कहा कि लोग जो दिसंबर और जनवरी में कर रहे थे, अगर वही वे वापस करने लगेंगे तो स्थिति फिर से खराब हो जाएगी।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने कहा कि अगर हम दिसंबर, जनवरी में जो कर रहे थे, वही फिर से करना शुरू करते हैं तो अगली लहर बहुत तेज होगी और वह बहुत ही जल्द चरम पर पहुंच सकती है। हालांकि यदि हम कोविड के प्रति उचित व्यवहार को बनाए रखते हैं तो लहर छोटी होगी या फिर हो सकता है कि कोई लहर हो ही नहीं। उन्हांनें कहा कि हमें समय खरीदना होगा, जिसमें वैक्सीनेशन सुनिश्चित किया जा सके।
सावधानी रखने की है जरूरत
डॉ. पॉल ने कहा कि हमने वायरस के एक जगह से दूसरे जगह जाने को मुश्किल बना दिया है। लेकिन हमें यह याद रखना होगा कि जब दूसरी लहर की चरम स्थिति खत्म हो रही है और यदि हम वही सब करना शुरू कर देते हैं जो हम जनवरी में कर रहे थे तो यह वापस आ जाएगा। उन्होंने कहा कि यह गणितीय रूप से भी मान्य है और सामान्य रूप से भी।
दैनिक मामलों में 68 फीसद गिरावट
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में 7 मई से जब कोरोना की दूसरी लहर अपने चरम पर थी तब से संक्रमण के दैनिक मामलों में 68 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। 377 जिलों में पांच फीसद से भी कम पॉजिटिविटी है और सिर्फ 257 जिलों में सौ से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।
बच्चों के ज्यादा संक्रमित होने की आशंका
कई विशेषज्ञों ने भारत में तीसरी लहर की आशंका जताई है। हालांकि इसके समय और प्रभाव का अनुमान नहीं लगाया जा सकता है कि क्योंकि यह पाबंदियों के हटने और वैक्सीनेशन के बढ़ने सहित कई अन्य कारणों पर निर्भर करेगा। यह भी भविष्यवाणी की गई है कि तीसरी लहर बच्चों को ज्यादा प्रभावित कर सकती है। जिसके बाद राज्य सरकारों ने बच्चों के लिए कोविड देखभाल सुविधाओं को बढ़ाने की बात कही है।