IAS अधिकारी ने लिखा शिवराज सिंह चौहान को खुला पत्र, बीजेपी नेता ने अधिकारी के पत्नी के बारे में की थी टिप्पणी
By भाषा | Published: November 16, 2019 05:34 AM2019-11-16T05:34:47+5:302019-11-16T05:34:47+5:30
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के कार्यकाल में डम्पर कांड सुर्खियों में था। शिवराज की पत्नी साधना सिंह पर आरोप लगे थे कि रीवा का निवासी बनकर जेपी सीमेंट प्लाट में डम्फर लगाये थे
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ हुए डम्पर मामले को ताजा करते हुए प्रदेश के एक आईएएस अधिकारी ने उन्हें पत्र लिखकर रीवा जिले का पता मांगा है ताकि वहां डम्पर खड़ा करने की उचित व्यवस्था की जा सके। भाजपा के उपाध्यक्ष चौहान द्वारा आईएएस अधिकारी सभाजीत यादव पर अपनी पत्नी के लिये राजनीति करने का आरोप लगाने के कुछ दिन बाद रीवा नगर निगम के आयुक्त यादव ने चौहान को गुरुवार को पत्र लिखा।
यादव ने शुक्रवार को यह पत्र मीडिया के कुछ लोगों को भी जारी किया। किसान आक्रोश रैली का नेतृत्व करते हुए चौहान ने 4 नवंबर को रीवा में संभाग कार्यालय के बाहर यादव पर राजनीति करने का आरोप लगाया था। इस पर यादव ने चौहान को पत्र में लिखा, ‘‘आपके द्वारा कहा गया है कि मेरी पत्नी कांग्रेस पार्टी से पूर्व में चुनाव लड़ चुकी हैं। जहां तक मुझे ज्ञात है, वास्तविकता यह है कि मेरी पत्नी कांग्रेस पार्टी से कभी चुनाव नहीं लड़ीं। यह बात अवश्य है कि एक प्रतिनिधि मंडल अभिभाषक के नेतृत्व में मुझसे मिला था कि आपकी (चौहान) पत्नी किराये के जिस मकान में रह रही हैं वहां नगर निगम द्वारा आवश्यक साफ सफाई करा दी जाए ताकि ‘डम्पर’ खड़ा करने की उचित व्यवस्था हो सके। किन्तु ऐसे मुद्दे पर मेरे द्वारा कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई।’’ इसके अलावा यादव ने पत्र में चौहान अन्य आरोपों का भी बिंदुवार जवाब दिया है।
चौहान ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि उन्हें अभी तक रीवा नगर निगम आयुक्त का कोई पत्र नहीं मिला है। ‘‘मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता।’’ उन्होंने आगे कहा, "यह मामला (डम्पर मुद्दा) पहले ही सुलझ (अदालत द्वारा निपटाया गया) चुका है।’’ गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के कार्यकाल में डम्पर कांड सुर्खियो में था। शिवराज की पत्नी साधना सिंह पर आरोप लगे थे कि रीवा का निवासी बनकर जेपी सीमेंट प्लाट में डम्फर लगाये थे। हालांकि बाद में अदालत ने चौहान को क्लीनचिट दे दी थी। लेकिन यादव ने इस मामले को उठाकर एक बार फिर भाजपा-कांग्रेस के लिए मु्दा बना दिया है। भाषा सं. दिमो अर्पणा अर्पणा