IAF helicopter crash: जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर हादसे में अकेले बचे, जानें कौन हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह
By सतीश कुमार सिंह | Published: December 8, 2021 09:52 PM2021-12-08T21:52:03+5:302021-12-08T21:52:53+5:30
IAF helicopter crash: पुलिस और रक्षा सूत्रों ने बताया कि पीड़ितों के पार्थिव शरीर को बृहस्पतिवार सुबह कोयंबटूर से हवाई मार्ग से नई दिल्ली ले जाया जाएगा। इससे पहले कल वेलिंगटन में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
IAF helicopter crash: भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोग तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गए।इस दुर्घटना में एक व्यक्ति जीवित बचा है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह Mi-17V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में अकेले बचे इंसान हैं। वायुसेना के हेलीकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज वेलिंगटन के एक सैन्य अस्पताल में चल रहा है। सरकार ने कहा है कि अभी उसकी पूरी कोशिश कैप्टन वरुण सिंह को बचाने की है।
Indian Air Force’s Group Captain Varun Singh, injured in military chopper crash, was awarded Shaurya Chakra on this year’s Independence Day for saving his LCA Tejas fighter aircraft during an aerial emergency in 2020. pic.twitter.com/BR53FlS18M
— ANI (@ANI) December 8, 2021
शौर्य चक्र से सम्मानितः इस घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है।सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में घायल हुए भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इस साल के स्वतंत्रता दिवस पर 2020 में एक हवाई आपातकाल के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।
कौन हैं IAF के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह?
भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, जो जनरल रावत और अन्य के साथ हेलीकॉप्टर में थे, दुखद दुर्घटना में जीवित बचे हैं। उसे गंभीर चोटें आई हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वह ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं। फिलहाल उनका इलाज वेलिंगटन के मिलिट्री हॉस्पिटल में चल रहा है।
उत्तर प्रदेश के निवासीः वायुसेना ने बताया कि इस दुर्घटना में डीएसएससी के डायरेक्टिंग स्टाफ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एससी घायल हैं और फिलहाल सैन्य अस्पताल, वेलिंगटन में उनका उपचार चल रहा है। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर के रहने वाले हैं। पूरा परिवार तमिलनाडु में रहता है। कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह के भतीजे हैं।
जनरल बिपिन रावत डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज (डीएसएससी) जा रहे थे जहां उन्हें शिक्षकों एवं छात्रों को संबोधित करना था। इससे पहले नीलगिरी के जिलाधिकारी एसपी अमृत ने बताया कि इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई जबकि एक व्यक्ति की जान बच गई है। वायुसेना ने कहा कि एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है और इस हादसे के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दिए गए हैं। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि हेलीकॉप्टर ने सुबह करीब साढ़े 10 बजे उड़ान भरी थी और कुन्नूर दमकल केंद्र को 12 बजे घटना की सूचना मिली। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन कुन्नूर रवाना हो गए हैं और उन्होंने घटना को स्तब्धकारी बताया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दुर्घटना के बारे में जानकारी दी है और वायुसेना प्रमुख को दुर्घटनास्थल पर पहुंचने के लिये कहा गया है।
सिंह जनरल रावत के आवास पर भी गये और उनकी बेटी से बात की। प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली रक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) को दुर्घटना के बारे में जानकारी दी गई और मंत्रिमंडल के शीर्ष सदस्यों ने जनरल रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल थे। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा भी बैठक में शामिल हुए।