Watch: अर्थ आवर डे पर बुझाई गईं हावड़ा ब्रिज, अक्षरधाम मंदिर से लेकर लखनऊ राजभवन की बत्तियां, देखें
By रुस्तम राणा | Published: March 25, 2023 09:37 PM2023-03-25T21:37:11+5:302023-03-25T21:55:11+5:30
अर्थ आवर डे के उपलक्ष्य में कोलकाता के हावड़ा ब्रिज से लेकर नई दिल्ली के प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर और लखनऊ राजभवन की बत्तियां रात 8:30 बजे से 9:30 बजे तक बंद कर दी गईं।

Watch: अर्थ आवर डे पर बुझाई गईं हावड़ा ब्रिज, अक्षरधाम मंदिर से लेकर लखनऊ राजभवन की बत्तियां, देखें
Earth Hour Day 2023: दुनिया में हर साल की तरह मार्च माह में अर्थ आवर डे मनाया जा रहा है। 25 मार्च को भारत में भी इस बानगी देखी गई। अर्थ आवर डे के उपलक्ष्य में यहां कोलकाता के हावड़ा ब्रिज से लेकर नई दिल्ली के प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर और लखनऊ राजभवन की बत्तियां रात 8:30 बजे से 9:30 बजे तक बंद कर दी गईं। न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा इन जगहों पर अर्थ आवर डे मनाए जाने का वीडियो को साझा किया है।
#WATCH#EarthHour के उपलक्ष्य में लखनऊ में राजभवन में रात 8.30 बजे से रात 9.30 बजे तक एक घंटे के लिए लाइटें बंद कर दी गईं। pic.twitter.com/2rP3jc9hh5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 25, 2023
#WATCH#EarthHour के उपलक्ष्य में कोलकाता मेंहावड़ा ब्रिज की रात 8.30 बजे से रात 9.30 बजे तक एक घंटे के लिए लाइटें बंद कर दी गईं। pic.twitter.com/wF0auaOdk9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 25, 2023
बता दें कि‘अर्थ आवर डे’ वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) द्वारा एक वार्षिक अंतरराष्ट्रीय आयोजन है जो घरों और व्यवसायों में जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई करने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए नियत समय पर एक घंटे के लिए गैर-जरूरी रोशनी और बिजली के उपकरणों को बंद करने का आग्रह किया जाता है। जिसे हर साल मार्च माह में सेलिब्रेट मनाया जाता है।
#WATCH#EarthHour के उपलक्ष्य में दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर में रात 8.30 बजे से रात 9.30 बजे तक एक घंटे के लिए लाइटें बंद कर दी गईं। pic.twitter.com/Bc2K6H4HPw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 25, 2023
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में 31 मार्च 2007 को पहली बार अर्थ आवर डे का आयोजन किया गया था। इसके बाद यह आयोजन धीरे-धीरे पूरी दुनिया में होने लगा। अर्थ आवर अभियान को 190 से ज्यादा देशों का सहयोग मिल रहा है। अब यह दुनिया में एक बहुत बड़ा अभियान बन चुका है।