माननीय मंत्री जी, प्रश्न को ध्यान से सुना करें, सावंत जी जैसा कह रहे हैं, वैसा करिएः बिरला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 3, 2019 04:00 PM2019-12-03T16:00:07+5:302019-12-03T16:00:07+5:30
सदन में प्रश्नकाल के दौरान शिवसेना के हेमंत तुकाराम गोडसे के भारतीय खाद्य निगम से संबंधित पूरक प्रश्न पर उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे ने सदस्य से फिर से प्रश्न पूछने को कहा। इस पर अध्यक्ष बिरला ने कहा, ‘‘माननीय मंत्री जी, प्रश्न को ध्यान से सुना करें।’’
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को सदन में प्रश्नकाल के दौरान केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे को सदस्यों का प्रश्न ध्यान से सुनने को कहा।
सदन में प्रश्नकाल के दौरान शिवसेना के हेमंत तुकाराम गोडसे के भारतीय खाद्य निगम से संबंधित पूरक प्रश्न पर उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे ने सदस्य से फिर से प्रश्न पूछने को कहा। इस पर अध्यक्ष बिरला ने कहा, ‘‘माननीय मंत्री जी, प्रश्न को ध्यान से सुना करें।’’
बिरला ने गोडसे से पहला पूरक प्रश्न नहीं दोहराने और दूसरा पूरक प्रश्न पूछने को कहा। इसके बाद शिवसेना सदस्य अरविंद सावंत को गोडसे के पास जाकर उनसे कुछ कहते देखा गया। अध्यक्ष बिरला ने कहा, ‘‘सावंत जी जैसा कह रहे हैं, वैसा करिए।’’
इसके बाद गोडसे के पूरक प्रश्न का उत्तर उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने दिया। वह सबसे आखिरी पंक्ति में रावसाहेब दानवे के साथ ही बैठे थे। स्पीकर ने पासवान से अपनी सीट पर बैठकर ही उत्तर देने को कहा क्योंकि उनके पैर में चोट लगी है।
अध्यक्ष बिरला ने कहा, ‘‘पासवान जी आप बैठकर ही जवाब दे सकते हैं। सदन आपको इसकी अनुमति देता है। आपके पैर में फ्रेक्चर है। आप बार-बार उठकर जवाब देंगे तो और दिक्कत हो सकती है।’’ हालांकि पासवान ने खड़े होकर ही सारे पूरक प्रश्नों के उत्तर दिये।
इससे पहले प्रश्नकाल में पूरक प्रश्नों के लिए अपने नाम देने वाले कई सदस्यों की सदन में मौजूदगी नहीं होने पर नाखुशी जताते हुए स्पीकर ने व्यवस्था दी कि पूरक प्रश्नों के लिए नाम देने वाले सदस्य अगर सदन में नहीं रहते तो उन्हें शीतकालीन सत्र की शेष अवधि में प्रश्न पूछने का अवसर नहीं दिया जाएगा।