30 साल में पहली बार, गृहमंत्री के कश्मीर दौरे पर अलगाववादियों ने नहीं किया बंद का ऐलान!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 27, 2019 02:03 PM2019-06-27T14:03:12+5:302019-06-27T14:03:12+5:30
बता दें कि गृह मंत्री बनने के बाद अमित शाह का जम्मू कश्मीर में पहला दौरा है। वहीं, उनके पहले दौरे के वक्त किसी अलगाववादी नेता ने बंद का ऐलान नहीं किया। बताया जा रहा है यह ऐसा पिछले 30 सालों में पहली बार हुआ है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस वक्त जम्मू कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर हैं। शाह का आज (27 जून) दूसरा दिन है। इस दौरान पिछले 30 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई अलगाववादी संगठन ने किसी गृह मंत्री के दौरे के वक्त बंद का ऐलान नहीं किया। इससे पहले सूबे में अलगवावादी संगठन किसी गृह मंत्री के दौरे के वक्त बंदा का ऐलान करते रहे हैं।
बता दें कि गृह मंत्री बनने के बाद अमित शाह का जम्मू कश्मीर में पहला दौरा है। वहीं, उनके पहले दौरे के वक्त किसी अलगाववादी नेता ने बंद का ऐलान नहीं किया। बताया जा रहा है यह ऐसा पिछले 30 सालों में पहली बार हुआ है।
पीएम मोदी व राजनाथ सिंह के दौरे पर हुआ था बंद का ऐलान
इससे पहले इसी साल के तीन फरवरी को पीएम नरेंद्र मोदी ने कश्मीर का दौरा किया था, उस वक्त गिलानी, मीरवाइज और जेकेएलएफ चीफ यासीन मलिक की पार्टी संगठन संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (JRL) ने घाटी में पूर्ण बंद का आह्वान किया था।
वहीं, साल 2017 में तत्कालीन गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर का दौरा किया था, तब भी जेआरएल ने घाटी में बंद रखा था।
राज्य की सुरक्षा व्यवस्था की लिया जायजा
बता दें कि गृह मंत्री बनने के बाद अपने पहले दौरे के तहत शाह बुधवार को राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा और विकास से जुड़ी परियोजनाओं के सिलसिले में कई बैठकों की अध्यक्षता की।
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा ग्रिड के एकीकृत मुख्यालय की बैठक की अध्यक्षता की और राज्य की समग्र सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने बताया कि राज्य के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे गृह मंत्री ने कश्मीर में शांति बहाल करने और चरमपंथ रोधी अभियानों पर विशेष बल देने के साथ राज्य की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।
उन्होंने बताया कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक, गृह मामलों में उनके प्रभारी सलाहकार के. विजय कुमार, मुख्य सचिव बी वी आर सुब्रमण्यम, उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह, डीजीपी दिलबाग सिंह, विभिन्न खुफिया एजेंसियों एवं अर्द्धसैनिक बलों के प्रमुख इस बैठक में शामिल हुए।
शहीद एसएचओ अरशद खान के परिजनों से मिले अमित शाह
इससे पहले शाह ने 12 जून को अनंतनाग आतंकवादी हमले में शहीद हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस के निरीक्षक अरशद अहमद खान के परिवार से मुलाकात की। सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच वह शहर के बल्गार्दें इलाके में परिवार से मिलने पहुंचे। गृह मंत्री के दौरे के लिए इस इलाके की घेराबंदी कर दी गई थी। इस आतंकवादी हमले में 37 साल के खान घायल हो गए थे जिन्हें बाद में विशेष उपचार के लिए दिल्ली लाया गया था। हालांकि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
खान के परिवार में उनकी पत्नी और एक साल एवं चार साल के दो बेटे हैं। बता दें कि इस आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए थे। जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने अर्द्धसैनिक बल के गश्ती दल पर हमला कर दिया था। शाह ने पंचायत प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की जो पिछले साल के चुनाव में चुने गए थे। गृह मंत्रालय का प्रभार संभालने के बाद बुधवार को वह पहली बार राज्य के दौरे पर पहुंचे।
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा का जयाजा
गृह मंत्री ने एक जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के लिए भी सुरक्षा व्यवस्था का बुधवार को जायजा लिया। साथ ही उन्होंने राज्य के लिए 2015 में नरेंद्र मोदी की तरफ से घोषित 80,000 करोड़ रुपये के प्रधानमंत्री विकास पैकेज समेत अन्य विकास कार्यों की भी समीक्षा की।
(पीटीआई भाषा एजेंसी से इनपुट)