स्कूल-कॉलेजों से हटाई जाएँ महात्मा गाँधी की तस्वीरें, हिन्दू महासभा ने नरेंद्र मोदी सरकार से की अपील
By अनुराग आनंद | Published: March 7, 2020 10:48 AM2020-03-07T10:48:13+5:302020-03-07T10:51:36+5:30
हिंदू महासभा ने गुरुवार को मेरठ में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) का समर्थन करते हुए भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग की।
मेरठ: अखिल भारत हिंदू महासभा ने एक बार फिर से महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है। यही नहीं हिंदू महासभा ने ये भी कहा है कि देश में बढ़ रहे आतंकवाद के लिए गांधीवाद ही जिम्मेदार हैं। इसी के साथ हिंदू महासभा ने सभी सरकारी दफ्तरों में लगी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीरों और प्रतिमाओं को तुरंत हटाए जाने की मांग की है।
द वायर की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू महासभा ने गुरुवार को मेरठ में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) का समर्थन करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार से भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग की।
मेरठ के शारदा रोड स्थित संगठन के कार्यालय पर संवाददाताओं से बातचीत में अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक शर्मा और प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक अग्रवाल ने कहा, ‘देश में आतंकवाद की असल वजह गांधीवाद है, क्योंकि देश में आज जो भी राष्ट्रविरोधी गतिविधियां हो रही हैं, उनसे जुड़े लोग खुद के गांधीवादी होने का दावा करते हैं।’
शाहीन बाग पर हिंदू महासभा के नेता का बयान-
शाहीन बाग के मामले में भी हिंदू महासभा के नेताओं ने अपना बयान दिया है। कहा, ‘शाहीन बाग जैसे अलोकतांत्रिक धरने में शामिल लोग गांधी को आदर्श मानते हैं। इसका सबूत है कि ये सभी गांधी के पोस्टर लगाकर आंदोलन करते हैं।’
हिंदू महासभा के इन दोनों सदस्यों ने कहा, ‘1947 में भी देश का बंटवारा गांधी की वजह से हुआ था और मौजूदा वक्त में भी देश को खंडित करने का सपना देखने वालों के आदर्श गांधी हैं।’
पुण्यतिथि पर महात्मा गांधी को बताया था 'प्रेतात्मा'-
यह पहली बार नहीं है जब हिंदू महासभा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में ऐसा कहा है। इससे पहले उनकी पुण्यतिथी पर 20 जनवरी 2020 को भी जब देशभर में उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।
वहीं, अपने विवादित कार्यों के लिए अकसर चर्चाओं में रहने वाली अखिल भारत हिंदू महासभा ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को शौर्य दिवस के रूप में मनाया था। संगठन के नेताओं ने महात्मा गांधी की आत्मा को 'प्रेतात्मा' बताते हुए, उसे देश से भगाने के लिए अपने कार्यालय में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया था। इस दौरान भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग भी की गई थी।