मध्यप्रदेश विधानसभा में हंगामे के बीच उपाध्यक्ष चुनी गईं बालाघाट की हिना

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 10, 2019 07:44 PM2019-01-10T19:44:02+5:302019-01-10T19:44:02+5:30

गर्भ गृह में भाजपा विधायकों के द्वारा किए जा रहे शोर शराबे और हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने तीन बार कार्यवाही को 10-10 मिनट के लिए स्थगित किया. इसके बाद भी जब बात नहीं बनी तो विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने ध्वनिमत से कांग्रेस की प्रत्याशी हिना कांवरे को उपाध्यक्ष चुने जाने की घोषणा कर दी.

Hina kawre elected Madhya Pradesh Assembly deputy speaker | मध्यप्रदेश विधानसभा में हंगामे के बीच उपाध्यक्ष चुनी गईं बालाघाट की हिना

मध्यप्रदेश विधानसभा में हंगामे के बीच उपाध्यक्ष चुनी गईं बालाघाट की हिना

मध्यप्रदेश विधानसभा में गुरुवार को भारी हंगामें और शोर-शराबे के बीच बालाघाट की कांग्रेस विधायक राज्य विधानसभा की उपाध्यक्ष चुनी गईं. राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी रोज जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कांग्रेस विधायक हिना कांवरे को विधानसभा उपाध्यक्ष बनाए जाने का कांग्रेस का प्रस्ताव पढ़ा तो सदन में हंगामा प्रारंभ हो गया. 

दरअसल, यह हंगामा विधानसभा अध्यक्ष के द्वारा भाजपा के द्वारा विधानसभा उपाध्यक्ष के लिए जगदीश देवड़ा के प्रस्ताव को न पढ़े जाने के कारण प्रारंभ हुआ. भाजपा की आपत्तियों और नारेबाजी के बीच विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने उपाध्यक्ष की चयन प्रक्रिया को आगे बढ़ाया तो भाजपा विधायक लोकतंत्र की हत्या बंद करो के नारे लगाते हुए गर्भ गृह में आ गए. 

गर्भ गृह में भाजपा विधायकों के द्वारा किए जा रहे शोर शराबे और हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने तीन बार कार्यवाही को 10-10 मिनट के लिए स्थगित किया. इसके बाद भी जब बात नहीं बनी तो विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने ध्वनिमत से कांग्रेस की प्रत्याशी हिना कांवरे को उपाध्यक्ष चुने जाने की घोषणा कर दी.

मध्यप्रदेश विधानसभा के इतिहास में यह पहली बार है जब एक ही दल के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं. सामान्य रूप से परंपरा यह रही है कि अध्यक्ष के पद पर सत्ता दल और उपाध्यक्ष के पद पर प्रतिपक्ष का प्रत्याशी बैठता है. हिना कांवरे के निर्वाचन के बाद नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि वे चयन प्रक्रिया आलोकतांत्रिक तरीके से संपन्न की गई है. हम इसको लेकर अदालत में चुनौती देंगे.

उपाध्यक्ष के चयन के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा के समक्ष प्रस्तुत शेष सरकारी कामकाज को ध्वनिमत से पारित करना प्रारंभ कर दिया. इसी के तहत 22 हजार 267 करोड़ रुपए से कुछ ज्यादा का अनुपूरक बजट भी विधानसभा से पारित करवा लिया गया. इसके बाद विधानसभा का शीतकालीन सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया.

राज्य विधानसभा का शीतकालीन सत्र 7 से 11 जनवरी तक के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन बाद में भाजपा विधायक दल की मांग पर इसको एक दिन कम कर दिया गया.

विधानसभा की पहली महिला उपाध्यक्ष

मध्यप्रदेश विधानसभा में हिना कांवरे पहली महिला उपाध्यक्ष बनी है. इसके पूर्व अब तक 14 उपाध्यक्ष बने, जो सभी पुरुष वर्ग से रहे. इस तरह से यह भी एक परंपरा टूटी है और मध्यप्रदेश विधानसभा के इतिहास में यह देखने को मिला है जब पहली बार महिला अध्यक्ष निर्वाचित हुई है. 

हिना कांवरे के पहले विष्णु विनायक सरवटे पहली, अनंत पटवर्धन दूसरी, नर्मदा प्रसाद श्रीवास्तव तीसरी, रामकिशोर शुक्ल चौथी, नारायण प्रसाद शुक्ल पांचवी, सवाईमल जैन पाचवीं, रामचंद्र महेश्वरी छठवीं, रामकिशोर शुक्ल सातवीं, प्यारेलाल कंवर सातवीं, कन्हैया लाल यादव आठवीं, श्रीनिवास तिवारी नौंवी, भेरुलाल पाटीदार दसवीं, ईश्वरदास रोहाणी ग्यारहवीं, हजारीलाल रघवंशी बारहवीं, हरवंश सिंह तेरहवीं, राजेन्द्र सिंह चौदहवीं और हिना लिखीराम कांवरे पंद्रहवीं विधानसभा की सत्रहवीं उपाध्यक्ष बनी हैं.

Web Title: Hina kawre elected Madhya Pradesh Assembly deputy speaker

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे