हिमाचल प्रदेश: भारी बरसात और भूस्खलन के चलते नेशनल हाईवे 3 और 5 बंद, कुल्लू-मनाली मार्ग क्षतिग्रस्त
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 18, 2019 10:38 AM2019-08-18T10:38:55+5:302019-08-18T10:38:55+5:30
मौसम विभाग ने हिमाचल के कई जिलों के लिए भीषण वर्षा वाली मौसम की ‘‘लाल चेतावनी’’ और पूरे राज्य के लिए ‘‘नारंगी चेतावनी’’ शुक्रवार को जारी की थी। यह चेतावनी इसलिए जारी की है ताकि लोग भयंकर या खतरनाक मौसम से पहले सतर्क हो जाएं।
हिमाचल प्रदेश में मनाली और कुल्लू को जोड़ने वाला नेशनल हाइवे नंबर 3 क्षतिग्रस्त हो गया है। यह घटना तेज बरसात और भूस्खलन की वजह से हुई। इस मार्ग से गुजरने वाले भारी वाहनों पर रोक लगा दी गई है, हालांकि हल्के वाहन अभी चल रहे हैं।
इसके अलावा रिब्बा, किन्नौर के पास नेशनल हाइवे नंबर 5 पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इस रास्ते को भी तेज बरसात और भूस्खलन होने की वजह से बंद कर दिया गया है।
मौसम विभाग ने जारी किया था चेतावनी-
मौसम विभाग ने हिमाचल के कई जिलों के लिए भीषण वर्षा वाली मौसम की ‘‘लाल चेतावनी’’ और पूरे राज्य के लिए ‘‘नारंगी चेतावनी’’ शुक्रवार को जारी की थी। मौसम विभाग ने पूरे राज्य के लिए नारंगी चेतावनी जारी की जबकि उना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, मंडी जिलों में 17 अगस्त तथा कांगड़ा, शिमला, सोलान और मंडी जिलों में 18 अगस्त के लिए लाल चेतावनी जारी की थी।
मौसम विभाग ने यह चेतावनी इसलिए जारी की है ताकि लोग भयंकर या खतरनाक मौसम से पहले सतर्क हो जाएं क्योंकि ऐसे मौसम से भारी नुकसान, व्यवधान और जान को खतरे की आशंका होती है। जब लाल चेतावनी जारी की जाती है तो लोगों से उन क्षेत्रों से दूर रहने को कहा जाता है जहां खतरा मंडराता है। उनसे आपात सेवाओं और स्थानीय प्रशासन की सलाह मानने की भी अपील की जाती है।
शिमला मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि राज्य में 18 अगस्त को ज्यादातर स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है। उन्होंने कहा कि शनिवार और रविवार को 64.5 मिलीमीटर से लेकर 115.5 मिलीमीटर वर्षा कुछ स्थानों पर हो सकती है जबकि कुछ अन्य स्थानों पर 115.5 मिलीमीटर या उससे अधिक की भीषण वर्षा होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि 18 अगस्त को मध्यम से भारी वर्षा के चलते खासकर चांबा, कुल्लू, लाहौल स्पीति, कांगड़ा, मंडी और शिमला जिलों में रास्ते बाधित हो सकते हैं। 19 अगस्त से वर्षा में कमी आने की उम्मीद है।