हिमाचल प्रदेश: सभी ट्रैक पर ट्रैकिंग और पर्वतारोहण गतिविधियों पर बैन, किन्नौर जिला प्रशासन का बड़ा फैसला
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 25, 2021 09:22 PM2021-10-25T21:22:38+5:302021-10-25T21:24:51+5:30
हिमाचल प्रदेश सरकार ने सोमवार को घोषणा की कि क्षेत्र में भारी बर्फबारी के कारण किन्नौर जिले में सभी ट्रैकिंग, पर्वतारोहण गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
किन्नौरः हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला प्रशासन ने जिले में सभी ट्रैक पर ट्रेकिंग और पर्वतारोहण गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद यह फैसला किया गया। भारी बारिश के बाद 13 लोगों के समूह में से कम से कम तीन ट्रेकर्स की मौत के बाद यह घोषणा की गई है।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने सोमवार को घोषणा की कि क्षेत्र में भारी बर्फबारी के कारण किन्नौर जिले में सभी ट्रैकिंग, पर्वतारोहण गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में रविवार को बर्फबारी और बेहद खराब मौसम के कारण मुंबई से आए तीन पर्यटकों की मौत हो गई।
Himachal Pradesh: Kinnaur district administration bans trekking and mountaineering activities on all treks in the district https://t.co/zD4bfG2eMK
— ANI (@ANI) October 25, 2021
मृतकों की पहचान दीपक नारायण (58), राजेंद्र पाठक (65) और अशोक मधुकर (64) के रूप में हुई है। मुंबई के 12 और दिल्ली के एक पर्यटक समेत 13 पर्यटक शिमला के जांगलिक से बरुआ कांडा होते हुए किन्नौर के सांगला जा रहे थे। किन्नौर के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने कहा कि उनमें से तीन की मौत हो गई, जबकि शेष 10 फंसे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि फंसे पर्यटकों को बचाने के लिए पुलिस की एक टीम बरुआ कांडा भेजी गई है। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की ओर से सोमवार को दी गई जानकारी के मुताबिक यह घटना राज्य के किन्नौर जिले की है।
मृतक लगभग 15000 फीट पर कहीं पड़े हैं। आईटीबीपी की टीम आज शवों की तलाशी के लिए मौके पर पहुंच रही है। ट्रेकर्स ने 17 अक्टूबर को किन्नौर जिले के रोहड़ू से बुरुआ गांव तक अपनी ट्रेकिंग शुरू की और इस क्षेत्र में बर्फबारी के कारण बुरुआ कांडा टॉप क्षेत्र में फंसे हुए थे।