एक महीने के इंतजार के बाद आज हिमाचल मंत्रिमंडल का होगा विस्तार, सात मंत्री लेंगे शपथ
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 8, 2023 07:57 AM2023-01-08T07:57:25+5:302023-01-08T08:09:00+5:30
। कैबिनेट में 10 रिक्तियां हैं, क्योंकि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की कुल संख्या 12 से अधिक नहीं हो सकती है।

एक महीने के इंतजार के बाद आज हिमाचल मंत्रिमंडल का होगा विस्तार, सात मंत्री लेंगे शपथ
शिमलः लगभग एक महीने के लंबे इंतजार के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आखिरकार रविवार को अपने मंत्रिमंडल में शामिल होंगे। हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार रविवार किया जाएगा। सूत्रों ने शनिवार को बताया कि नये मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आठ जनवरी को सुबह 10 बजे राजभवन में होगा।
इस बीच पार्टी सूत्रों ने नयी दिल्ली में बताया कि सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार में सात नये मंत्री शामिल किये जाएंगे, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह के अलावा धनीराम शांडिल और हर्षवर्धन चौहान के नाम भी हैं। सूत्रों ने बताया कि चंदर कुमार, जगत सिंह नेगी और रोहित ठाकुर का नाम भी रविवार को मंत्री पद की शपथ लेने जा रहे विधायकों में शामिल है।
सूत्रों ने कहा कि बाद में मंत्रिमंडल में और मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार कहा था कि उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए संभावितों की सूची मंजूरी के लिए कांग्रेस आलाकमान को सौंप दी है। उन्होंने दिल्ली से लौटने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा था कि मंत्रिमंडल का विस्तार रविवार या उसके बाद संभव है।
सुक्खू ने दिल्ली में इस मुद्दे पर पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया था। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद लगभग एक महीने पहले सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के शपथ लेने के बाद से नये मंत्रियों के नामों को लेकर काफी अटकलें लगाई जा रही हैं।
सुक्खू ने कहा कि सूची आलाकमान को सौंप दी गई है और कैबिनेट का विस्तार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मंजूरी के बाद ही किया जाएगा। कैबिनेट में 10 रिक्तियां हैं, क्योंकि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की कुल संख्या 12 से अधिक नहीं हो सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, कैबिनेट पदों के लिए 20 से अधिक उम्मीदवार पैरवी कर रहे थे, कुछ वरिष्ठता का हवाला दे रहे थे और अन्य जाति और क्षेत्र का कार्ड खेल रहे थे। इस बीच, राज्य पार्टी प्रमुख प्रतिभा सिंह, जिन्होंने नेतृत्व का दावा भी किया था, भी सरकार में उचित प्रतिनिधित्व चाहती हैं।
भाषा इनपुट के साथ