पतंजलि के बाद इस भारतीय कंपनी ने बनाई कोविड-19 के इलाज के लिए जेनेरिक दवा, दाम 5400 रुपये प्रति शीशी
By भाषा | Published: June 24, 2020 06:56 PM2020-06-24T18:56:50+5:302020-06-24T18:56:50+5:30
हेटेरो हेल्थकेयर ने कोरोना वायरस के इलाज के लिए दवा कोविफोर (रेमडेसिवीर) बनाई है, जिसकी 20 हजार शीशियों की आपूर्ति कंपनी देशभर में करेगी।
नई दिल्ली। हेटेरो हेल्थकेयर कोविड-19 के इलाज के लिए अपनी वायरल रोधी दवा कोविफोर (रेमडेसिवीर) की 20 हजार शीशियों की देशभर में आपूर्ति करेगी। इसका अधिकतम खुदरा मूल्य 5,400 रुपये प्रति शीशी होगा।
हेटेरो हेल्थकेयर ने बुधवार को बयान में कहा कि कंपनी 20 हजार के सेट में 10 हजार शीशियों की आपूर्ति हैदराबाद, दिल्ली, गुजरात, तमिलनाडु, मुंबई तथा महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में करेगी। शेष 10 हजार शीशियों की आपूर्ति कोलकाता, इंदौर, भोपाल, लखनऊ, पटना, भुवनेश्वर, रांची, विजयवाड़ा, कोचिन, त्रिवेंद्रम और गोवा में एक सप्ताह में की जाएगी।
दवा का अधिकतम खुदरा मूल्य 5,400 रुपये प्रति शीशी
कंपनी ने कहा कि उसने इस दवा का अधिकतम खुदरा मूल्य 5,400 रुपये प्रति शीशी तय किया है। इससे पहले एक अन्य फार्मा कंपनी सिप्ला ने मंगलवार को कहा था कि वह रेमडेसिवीर के जेनेरिक संस्करण की कीमत 5 हजार रुपये प्रति शीशी से कम रखेगी। कंपनी ने कहा है कि उसकी यह दवा आठ से दस दिन में उपलब्ध होगी।
एमडी ने कहा कोविफोर को पेश करना महत्वपूर्ण उपलब्धि
हेटेरो हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक एम श्रीनिवास रेड्डी ने कहा, ‘‘भारत में कोविफोर को पेश करना हमारे लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। कोविफोर के जरिये हम अस्पताल में मरीज के इलाज के समय को कम कर सकेंगे, जिससे चिकित्सा ढांचे पर दबाव कम हो सकेगा। कोविड-19 के बढ़ते मामलों की वजह से इस समय चिकित्सा ढांचे पर काफी दबाव है।’’
उन्होंने कहा कि कंपनी सरकार और चिकित्सा समुदाय के साथ मिलकर काम कर रही है, जिससे जनता और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को कोविफोर आसानी से उपलब्ध हो सके। कोविफोर रेमडेसिवीर का पहला जेनेरिक संस्करण है।
गंभीर संक्रमितों के इलाज में किया जा रहा इस्तेमाल
कंपनी ने बयान में कहा कि इस दवा का इस्तेमाल बालिगों और बच्चों, अस्पतालों में गंभीर संक्रमण की वजह से भर्ती मरीजों के इलाज में किया जा सकता है। यह दावा 100 एमजी की शीशी (इंजेक्शन लगाने के लिए) में उपलब्ध होगी। इससे पहले हेटेरो ने रविवार को कहा था कि उसे भारतीय दवा महानियंत्रक (डीजीसीआई) से रेमडेसिवीर के विनिर्माण और विपणन की मंजूरी मिल गई है।