दिल्ली: आज से बड़े ट्रकों की एंट्री बंद, मझोले ट्रक भी बैन, जानें कब तक लागू रहेगा ये नियम
By पल्लवी कुमारी | Published: November 8, 2018 07:39 PM2018-11-08T19:39:43+5:302018-11-08T19:39:43+5:30
सरकारी एजेंसी ‘सफर’ के आंकड़ों के अनुसार पटाखों से निकले धुयें के कारण दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़ कर 574 पर पहुंच गया जो ‘‘गंभीर से बेहद गंभीर’’ स्थिति है।
राजधानी दिल्ली में दिवाली के बाद वायु गुणवत्ता के "गंभीर" श्रेणी में चली गई है। इसको मद्देनजर रखते हुए प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली में आज( 8 नवम्बर) से रात ग्यारह बजे से बड़े ट्रकों की एंट्री बंद कर दी गई है। दिल्ली में गुरूवार को सुबह धुंध की एक मोटी परत छायी रही । कल रात पटाखों से निकलने वाला धुआं हवा में घुल गया है।
दिल्ली ट्रैफिक के ज्वाइंट एसपी के मुताबिक दिल्ली में आज ( 8 नवम्बर) से ग्यारह बजे से बड़े ट्रकों की एंट्री बंद है। इसके साथ ही मझोले ट्रक भी बैन लगाया गया है। 8 नवम्बर से 11 नवंबर तक ये नियम लागू रहेंगे।
#UPDATE from Joint CP Traffic Delhi: Heavy and medium goods vehicles will not be allowed to enter Delhi from 11 pm tonight. Ban to continue till 11 pm on 11th November and not 11th December. Essential goods exempted. https://t.co/XLHYPCNAgy
— ANI (@ANI) November 8, 2018
सुप्रीम कोर्ट के पटाखे जलाने वाले निर्देश का उल्लंघन
सरकारी एजेंसियों की रिपोर्ट में गुरूवार को कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी में अगले दो दिनों तक वायु गुणवत्ता के "गंभीर" श्रेणी में रहने की आशंका है क्योंकि पटाखों से निकलने वाले धुएं ने प्रदूषण फैलाने वाले कारकों के छितहराने की प्रक्रिया को धीमा कर दिया है ।
शीर्ष अदालत ने दीवाली की रात पटाखे जलाने के लिए रात दस बजे तक की समय सीमा निर्धारित की थी । लोगों ने कई शहरों में इसका उल्लंघन किया और रात दस बजे की समय सीमा को तोड़ते हुए आधी रात तक पटाखे चलाये ।
जिन बड़े शहरों में शीर्ष अदालत के दिशा निर्देश का उल्लंघन किया गया उनमें राष्ट्रीय राजधानी के अलावा मुंबई, कोलकाता और जयपुर शामिल है
पटाखों से निकले धुयें के कारण दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़ा
सरकारी एजेंसी ‘सफर’ के आंकड़ों के अनुसार पटाखों से निकले धुयें के कारण दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़ कर 574 पर पहुंच गया जो ‘‘गंभीर से बेहद गंभीर’’ स्थिति है।
सफर की ओर से जारी परामर्श के अनुसार वायु गुणवत्ता सूचकांक के ‘‘गंभीर से बेहद गंभीर’’ स्थिति में होने का मतलब है कि एक स्वस्थ व्यक्ति श्वसन की बीमारी से पीड़ित हो सकता है । बीमार लोगों को यह हवा बहुत बुरी तरीके से प्रभावित करेगी ।
पटाखों से निकलने वाले धुयें में 50 प्रतिशत की बढोत्तरी
सफर की एक नयी रिपोर्ट में कहा गया है कि यह गंभीर स्थिति अगले दो दिन तक जारी रहेगी ।इसमें कहा गया है, ‘‘पिछले साल की दिवाली की तुलना में इस साल विषैले पटाखों से निकलने वाले धुयें में 50 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई है । मौजूदा मौसम की स्थिति उच्च धुएं के स्तर में वृद्धि करेगी और कम से कम 2 दिन (8- 9 नवंबर 2018) गंभीर स्थिति बनी रहेगी ।"
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)