मुफ्त वैक्सीन की घोषणा के बाद अब एक्शन में सरकार, केंद्र ने कोरोना वैक्सीन की 44 करोड़ डोज के लिए ऑर्डर दिया
By अभिषेक पारीक | Published: June 8, 2021 08:57 PM2021-06-08T20:57:58+5:302021-06-08T21:08:00+5:30
केंद्र सरकार ने 44 करोड़ कोरोना वैक्सीन खरीद के लिए ऑर्डर दिया है। एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई वैक्सीन नीति की घोषणा की थी।
देश में कोरोना संक्रमण का असर कुछ कम हुआ है। दूसरी लहर कम हो चुकी है, लेकिन अब भी तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में सबसे ज्यादा जरूरत वैक्सीनेशन की है। केंद्र सरकार ने 44 करोड़ कोरोना वैक्सीन खरीद के लिए ऑर्डर दिया है। एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई वैक्सीन नीति की घोषणा की थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इन 44 करोड़ खुराकों की आपूर्ति अगस्त और दिसंबर के मध्य की जाएगी। इनमें से कोविशील्ड की 25 करोड़ और कोवैक्सीन की 19 करोड़ खुराक शामिल है। दोनों वैक्सीन की खरीद के लिए 30 फीसद एडवांस भी जारी कर दिया गया है।
Govt has placed an order to purchase 25 crores doses of Covishield and 19 crore doses of Covaxin. Govt has also placed an order to purchase 30 crore doses of Biological E's vaccine, which will be available by September: Dr VK Paul, Member-Health, Niti Aayog pic.twitter.com/7fIV871lBO
— ANI (@ANI) June 8, 2021
18 से अधिक आयु वर्ग के लोगों को मुफ्त वैक्सीन
पीएम मोदी ने सोमवार को घोषणा की थी कि केंद्र सरकार 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराएगी। पीएम मोदी ने वैक्सीन का काम अपने हाथ में लेने की घोषणा की थी और कहा था कि 21 जून से सभी राज्यों को भारत सरकार मुफ्त वैक्सीन देगी। अभी तक वैक्सीनेशन का 50 फीसद काम केंद्र सरकार के पास था। वहीं 25 फीसद राज्य सरकारों और 25 फीसद प्राइवेट सेक्टर के पास था। हालांकि अब 75 फीसद वैक्सीन केंद्र सरकार खरीदेगी और शेष 25 फीसद वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों को दी जाएगी।
कम हो रहे हैं मामले
देश में कोरोना के मामले लगातार घट रहे हैं। दो महीने में कोरोना के आंकड़े पहली बार एक लाख से नीचे आ गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले 24 घंटे में 86,498 मामले सामने आए हैं। वहीं कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 2,123 रही। इससे पहले सात मई को देश में कोरोना के सर्वाधिक 4,14,188 मामले रिकॉर्ड किए गए थे।