थानाध्यक्ष हत्याकांड: पुलिस टीम पर हमले के लिये मस्जिद से ऐलान कर बुलाई गई थी भीड़
By भाषा | Published: April 12, 2021 10:31 PM2021-04-12T22:31:08+5:302021-04-12T22:31:08+5:30
किशनगंज, 12 अप्रैल पश्चिम बंगाल के गोवालपोखर थाना अंतर्गत पांजीपाड़ा पुलिस चौकी क्षेत्र में छापेमारी करने गयी पुलिस टीम पर हमले के लिए मस्जिद से ऐलान कर भीड को इकठ्ठा किया गया था। यह जानकारी बिहार पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
उग्र भीड़ ने शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात को उसके बाद हमला कर बिहार के किशनगंज जिला के नगर थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी।
किशनगंज के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अनवर जावेद अंसारी ने सोमवार को बताया कि छापेमारी करने गयी बिहार पुलिस की टीम के वर्दी में होने के बावजूद आरोपियों ने उनके अपराधी होने का मस्जिद से झूठा ऐलान कराकर उनपर हमला करने के लिए भीड को इकठ्ठा किया।
उन्होंने कहा कि इस बात का उल्लेख इस वारदात को लेकर गोवालपोखर थाना में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में भी है ।
किशनगंज नगर थानाध्यक्ष अश्वनी कुमार पुलिस बल के साथ मोटरसाइकिल चोरी की घटना की सूचना पर शुक्रवार-शनिवार की मध्यरात्रि को पंजीपाड़ा में चिन्हित व्यक्ति के यहां पूछताछ करने गये थे। पूछताछ के दौरान स्थानीय लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। उस हमले में थानाध्यक्ष अश्वनी कुमार शहीद हो गये।
अश्विनी कुमार पूर्णिया जिले के जानकी नगर थाना क्षेत्र के निवासी और 94 बैच के निरीक्षक थे। वह एक वर्ष पूर्व किशनगंज में नगर थाना में पदस्थापित हुए थे। पुलिस ने 11 अप्रैल को इस वारदात के तीन आरोपियों जिसमें मुख्य आरोपी फिरोज आलम, अबुजर आलम और सहीनुर खातून को गिरफ्तार कर लिया था ।
अंसारी ने बताया कि इस संबंध में अबतक कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किए जाने के साथ लूटी गयी मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली गयी है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है ।
अंसारी ने बताया कि इस मामले में 21 लोगों को नामजद किया गया है।
गौरतलब है कि अपने पुत्र के शहीद होने वियोग में अश्वनी कुमार की 75 वर्षीय मां उर्मिला देवी ने भी रविवार की सुबह दम तोड दिया था।
मां-बेटे का एक साथ अंतिम संस्कार अश्विनी के पैतृक गांव में 11 अप्रैल को किया गया था।
पूर्णिया प्रमंडल के पुलिस महानिरीक्षक सुरेश कुमार चौधरी के आदेश पर किशनगंज के पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में अश्वनी के साथ पश्चिम बंगाल के गोवालपोखर थाना अंतर्गत पंजीपाड़ा गांव में छापेमारी करने गए किशनगंज के अंचल निरीक्षक मनीष कुमार, सिपाही राजू सहनी, अखिलेश्वर तिवारी, प्रमोद कुमार पासवान, उज्जवल कुमार पासवान, सुनिल चौधरी एवं सुशील कुमार को कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया था।
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