HDFC बैंक में 68 लाख की धोखाधड़ी, चार गिरफ्तार
By जनार्दन पाण्डेय | Published: January 31, 2019 05:13 AM2019-01-31T05:13:00+5:302019-01-31T05:13:00+5:30
आर्थिक अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक श्रीकांत नवले ने बताया कि शिल्पनगर सातारा परिसर निवासी गोरक्षनाथ श्रीराम डिगुरकर एचडीएफसी बैंक शाखा पदमपुरा में मैनेजर हैं.
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एचडीएफसी बैंक में फर्जी कागजात के आधार पर 67 लाख 85 हजार 642 रुपए का व्यावसायिक कर्ज लेकर धोखाधड़ी करने का मामला प्रकाश में आया है. वेदांत नगर पुलिस ने सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
आर्थिक अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक श्रीकांत नवले ने बताया कि शिल्पनगर सातारा परिसर निवासी गोरक्षनाथ श्रीराम डिगुरकर एचडीएफसी बैंक शाखा पदमपुरा में मैनेजर हैं. उन्होंने कुछ दिन पहले पुलिस आयुक्त चिरंजीव प्रसाद से मुलाकात कर शिकायत की थी कि कुछ लोगों ने बोगस कागजात के जरिए बैंक को 68 लाख रुपए का चूना लगाया है. तभी से इसकी जांच आर्थिक अपराध शाखा ने शुरू कर दी. कुछ तथ्य सामने आने पर मंगलवार को मामला दर्ज किया गया.
फरियादी बैंक मैनेजर के मुताबिक आरोपी शेख जावेद खलील कालू पटेल, शेख इलियास जैनुदीन इस्माइल शेख, रईस मिया शेख महबूब शेख, खान आसेफ गुलाब चांद खान, उबेद हुसैन शेख हुसैन इस्माइल, मोहम्मद मजाजुद्दीन सिद्दीकी मतीनोद्दीन और इमरान माजिद खान ने नवंबर 2016 में बैंक के पास व्यावसायिक कर्ज के लिए प्रस्ताव पेश किया था. उस फाइल में दुकान का लाइसेंस, आयकर विवरण पत्र, बैंक खाते का स्टेटमेंट आदि दस्तावेज थे, जिस पर मुहर और हस्ताक्षर भी थे.
दस्तावेजों की जांच करने के बाद बैंक ने आरोपियों को 67 लाख 85 हजार का कर्ज मंजूर कर दिया. लेकिन बाद में आरोपियों ने किश्त नहीं भरी, जिससे दस्तावेज की जांच-पड़ताल करने पर पता चला कि आरोपियों ने बोगस कागजात बनाकर पेश किए थे.
मामला दर्ज होते ही आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने शेख जावेद खलील (अंबेलोहल, गंगापुर), खान आसेफ गुलाब (शहानगर, बीड़ बाईपास), मोहम्मद मजाजुद्दीन सिद्दीकी (चेलीपुरा) और उबेद हुसैन खान (जहांगीर कॉलोनी रेलवे स्टेशन) को गिरफ्तार किया. अदालत में पेश करने पर अदालत ने चारों को 2 फरवरी तक पुलिस कस्टडी में रखने का आदेश दिया है. एसीपी डॉ नागनाथ कोडे और पुसिल निरीक्षक श्रीकांत नवले के मार्गदर्शन में फौजदार सुभाष खंडागले, प्रकाश काले, सुनील फेफाले, नितिन घोड़के, मनोज उईके आगे की जांच कर रहे हैं.