Aryan Mishra Murder: गौ तस्कर समझ कर 12वीं के छात्र को गौरक्षकों ने मौत के घाट उतारा, 5 आरोपी गिरफ्तार
By आकाश चौरसिया | Updated: September 3, 2024 10:55 IST2024-09-03T10:34:43+5:302024-09-03T10:55:54+5:30
Aryan Mishra Murder: हरियाणा के फरीदाबाद की कक्षा 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा को मौत के घाट उतार दिया। हालांकि, जब पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा तो पूरा सच सामने आया।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
Aryan Mishra Murder:हरियाणा के फरीदाबाद की कक्षा 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा को गौ तस्कर समझ कर गौरक्षकों ने कथित तौर पर पहले कार से पीछा किया और फिर उसकी हत्या कर दी। जब पुलिस ने तहकीकात की तो दूध का दूध और पानी का पानी हुआ।एक-एक कर सच्चाई मामले में सामने आई। पुलिस ने केस पर कहा कि 23 अगस्त के हमले के लिए गौरक्षक समूह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, आरोपियों की पहचान अनिल कौशिक, वरुण, कृष्णा, आदेश और सौरभ के रूप में की गई है।
पटेल चौक से दिल्ली-आगरा हाइवे के गदपुरी टोल तक करीब 10 किमी पीछा कर 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या में नया मोड़ आया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि छात्र की हत्या रंजिश में नहीं, बल्कि कथित गौरक्षकों ने की थी। आरोपियों को गौ तस्कर की सूचना मिली थी। इस पर उन्होंने छात्र की कार का पीछा कर वारदात को अंजाम दिया।
क्राइम ब्रांच टीम ने 4 आरोपियों को हिरासत में लिया है। आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड पर पुलिस अपील करेगी। अधिकारी ने बताया कि अनिल कौशिक अपनी संस्था चलाता है। उसने पूछताछ में बताया कि 23 अगस्त की रात वह वरुण, कृष्ण और आदेश के साथ तस्करों को ढूढ़ने निकला था। इसी दौरान आर्यन मिश्रा की कार दिखी तो लगा कि उसमें गौ तस्कर हैं। रुकने का इशारा करने पर कार सवार युवकों ने स्पीड बढ़ा दी।
इससे लगा कि वे तस्कर ही हैं, इस पर वे कार पर गोली चलाने लगे। इस दौरान एक गोली आर्यन की गर्दन में लग गई। कार रुकने पर आरोपी पास पहुंचे और आर्यन के सीने एक और गोली मा रदी। उनहोंने कार में महिलाओं को बैठे देख तो सभी भाग गए। पुलिस टीम ने आरोपियों को बताई कहानी को लेकर पीड़ित परिवार से पूछताछ की।
इस दौरान सामने आया कि वारदात वाले दिन एनआईटी निवासी शौकी अपनी मां, भाई, मौसी और किराएदार के बेटे आर्यन के साथ मॉल से लौट रहा था। आर्यन ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बैठा था। शौकी के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं मे के स दर्ज है, जिसमें पुलिस को उसकी तालाश थी।
स्विफ्ट कार सवारों ने जब उन्हें रुकने का इशआरा किया तो शौकी को लगा कि क्राइम ब्रांच पीछा कर रही है। इसलिए उसने अपनी कार भगाने का इशार किया था।