राम मंदिर पर बोले हरियाणा के मंत्री अनिल विज- 'सुप्रीम कोर्ट महान है, जो चाहे, वो करे...'
By पल्लवी कुमारी | Published: October 30, 2018 11:40 AM2018-10-30T11:40:28+5:302018-10-30T11:40:28+5:30
सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में दायर अपीलों को 2019 के जनवरी के पहले हफ्ते में एक उचित पीठ के सामने सूचीबद्ध किया है जो सुनवाई की तारीख तय करेगी।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता और हरियाणा के मंत्री अनिल विजअयोध्या विवाद(राम मंदिर) पर टिप्पणी की। अनिल विज ने कहा, सुप्रीम कोर्ट महान है, वो जो चाहे, वह करे। सुप्रीम कोर्ट की मर्जी है सारी।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अनिल विज ने कहा, '' सुप्रीम कोर्ट महान है, जो चाहे, वह करे, चाहे याकूब मेमन के लिए रात को बारह बजे सुप्रीम कोर्ट को खोले, चाहे, जो राम मंदिर का विषय है, जिस पर लोग टकटकी लगाकर देख रहे हैं, उसको तारीख पर तारीख दिए जाए। ये सब तो सुप्रीम कोर्ट की मर्जी है।''
Supreme Court mahan hai, jo chahe vo kare. Chahe Yakub Memon ke liye raat ke 12 bje SC ko khole, chahe jo Ram Mandir ka vishay hai jis par log tak-taki lagakar dekh rahe hain usko tareek par tareek mile. Yeh toh SC ki marzi hai: Haryana Minister Anil Vij pic.twitter.com/pNVp5ec6KI
— ANI (@ANI) October 30, 2018
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में दायर अपीलों को 2019 के जनवरी के पहले हफ्ते में एक उचित पीठ के सामने सूचीबद्ध किया है जो सुनवाई की तारीख तय करेगी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने बीजेपी पर साधा निशाना
अनिल विज के पहले इस मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने भी टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा, ''यह सुप्रीम कोर्ट को तय करने दिया जाए कि अयोध्या मामले की सुनवाई कब होगी। यह बीजेपी या कांग्रेस द्वारा तय नहीं किया जा सकता। अगर वे कानून बनाना चाहते हैं, तो बनाएं, कांग्रेस ने उन्हें नहीं रोका है। यह मुद्दा इसलिए उठाया गया है, क्योंकि चुनाव करीब आ गए हैं, वे पिछले चार साल से सो रहे थे क्या?"
Court will decide when will #Ayodhya case be heard. It can’t be decided by BJP or Congress. If they want to make a law, then make it. Congress hasn’t stopped them. This issue is raised as elections approach. Have they been sleeping for last 4 years?: Kapil Sibal, Congress pic.twitter.com/8JIWPrH88w
— ANI (@ANI) October 30, 2018
2019 के जनवरी में राम मंदिर पर होगी सुनवाई
29 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली तीन सदस्यीय पीठ ने कहा कि उचित पीठ अगले साल जनवरी में सुनवाई की आगे की तारीख तय करेगी। पीठ के दो दूसरे सदस्यों में न्यायमूर्ति एस के कौल और न्यायमूर्ति के एम जोसफ शामिल थे।
भूमि विवाद मामले में दीवानी अपील इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सितंबर, 2010 के फैसले के खिलाफ दायर की गई है।