पिता ने दान की 27 साल के ब्रेन डेड बेटे की किडनी और कॉर्निया, बदल गया 4 लोगों का जीवन

By बलवंत तक्षक | Published: April 17, 2021 08:47 AM2021-04-17T08:47:26+5:302021-04-17T08:55:00+5:30

दुनिया को अलविदा कह चुके 27 साल के अमित जाते-जाते 4 परिवारों को खुशियों से भर गए। हरियाणा के कालका के अमित को 10 अप्रैल को डॉक्टरों ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया था।

Haryana Father donated 27 year-old brain dead son kidney and cornea, life of 4 people changed | पिता ने दान की 27 साल के ब्रेन डेड बेटे की किडनी और कॉर्निया, बदल गया 4 लोगों का जीवन

हरियाणा: पिता ने दान की 27 साल के ब्रेन डेड बेटे की किडनी और कॉर्निया (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Highlightsहरियाणा में कालका क्षेत्र के टिपरा गांव के अमित के माता-पिता ने अपने बेटे के अंगों को दान कियाचंडीगढ़ में पीजीआई में इलाज के दौरान अमित की हुई थी मौत, किडनी और दोनों कॉर्निया चार मरीजों को प्रत्यारोपित की गईअमित को घर की सीढि़यों से फिसल कर गिर जाने पर लगी चोट के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था

चंडीगढ़:हरियाणा में कालका क्षेत्र के टिपरा गांव के सुभाष चंद्र और नीलम कपूर के बेटे के दुनिया छोड़ जाने से भले ही उनके घर में अंधेरा हो गया हो, लेकिन अमित के अंगदान से चार अन्य लोगों के घर रौशन हो गए हैं. यहां पीजीआई में इलाज के दौरान 27 साल के अमित की मौत के बाद उनके माता-पिता ने बेटे के अंगदान कर चार घरों को खुश होने का मौका दे दिया है.

अमित को घर की सीढि़यों से फिसल कर गिर जाने पर इलाज के लिए पहले पंचकूला के सेक्टर-6 स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. बाद में उसे चंडीगढ़ में पीजीआई भेज दिया गया, लेकिन उसकी सेहत में सुधार नहीं हुआ. दस अप्रैल को अमित को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया.

चार लोगों के दिलों में धड़क रहा अमित

अपने बेटे अमित के यों अचानक दुनिया छोड़ जाने से उसके पिता सुभाष चंद्र और मां नीलम कपूर गमगीन हैं, लेकिन उन्होंने बेटे के अंगदान का फैसला कर चार घरों को रौशन कर दिया है. बेटे के जरिये दूसरे घरों का दुख दूर होते देख उन्हें तसल्ली मिली है. उनका मानना है कि अमित चार लोगों के दिलों में धड़क रहा है.

पीजीआई के निदेशक प्रो. जगतराम ने कहा कि अमित के परिवार के अंगदान के फैसले ने कई परिवारों के दुर्भाग्य को खुशियों में बदल दिया है. किडनी मिलने से मिली जिंदगी अमित की दोनों किडनी और दोनों कॉर्निया पीजीआई में भर्ती चार मरीजों को प्रत्यारोपित की गई हैं.

नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रो. एच.एस. कोहली के मुताबिक किडनी के दो बेहद गंभीर मरीज, जो डायलिसिस पर निर्भर थे, उनके लिए यह अंगदान वरदान साबित हुआ है. कोविड के दौरान प्रत्यारोपण एक चुनौती भरा काम था, लेकिन किडनी और कॉर्निया प्रत्यारोपण के काम को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया.

Web Title: Haryana Father donated 27 year-old brain dead son kidney and cornea, life of 4 people changed

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