हार्दिक पटेल ने भाजपा में शामिल होने के बाद लगाया धमकी मिलने का आरोप, लेकिन मिनटों में पलटे और मैसेज किया डिलीट
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 6, 2022 02:57 PM2022-06-06T14:57:45+5:302022-06-06T15:01:46+5:30
हार्दिक पटेल ने आरोप लगाया कि भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद उन्हें धमकियां मिल रही हैं लेकिन इस तरह का दावा करने के कुछ ही मिनटों के बाद वो अपने आरोपों से पलट गये और कथित धमकी के मैसेज को उन्होंने डिलीट कर दिया।
अहमदाबाद: कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले पाटीदार आंदोलन के युवा नेता हार्दिक पटेल ने आरोप लगाया है कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। हालांकि धमकी मिलने की बात कहकर हार्दिक पटेल ने अचानक अपना बयान वापस भी ले लिया।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक हार्दिक ने आरोप लगाया कि भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद उन्हें धमकियां मिल रही हैं लेकिन इस तरह का दावा करने के कुछ ही मिनटों के बाद वो अपने आरोपों से पलट गये और कथित धमकी के मैसेज को उन्होंने डिलीट कर दिया।
हार्दिक पटेल ने अहमदाबाद में सोमवार की स्थानीय पुलिस को सूचित किया कि उन्हें भाजपा में शामिल होने के बाद अझात लोगों की ओर से धमकी दी जा रही है, हालांकि इस मामले में पुलिस की ओर से कोई एक्शन नहीं लिया गया और न ही उन्हें किसी तरह की सुरक्षा प्रदान की गई है।
खबरों के अनुसार जब हार्दिक पटेल से उनको मिली धमकी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब देने के बजाय इस मामले को इग्नोर कर दिया।
इस मामले में संदेह जताया जा रहा है कि हो सकता है कि यह पाटीदार समाज का आंतरिक मामला हो सकता है क्योंकि ऐसा कहा जा रहा है कि पाटीदाल आंदोलन में शामिल एक बड़ा हिस्सा हार्दिक पटेल द्वारा भाजपा में जाने से नाराज है।
कहा जा रहा है कि पाटीदार समाज का एक हिस्सा गुजरात की भाजपा सरकार से बेहद खफा है। उनका आरोप है कि भाजपा सरकार पाटीदार समुदाय के साथ नाइंसाफी कर रही है।
उनका आरोप है कि साल 2015 में पाटीदार आंदोलन के दौरान पटेल समुदाय के नेताओं पर दर्ज हुए केस को इस सरकार ने अब तक वापस नहीं लिया है और आंदोलन में जिन 14 युवाओं की जान गई, उनके परिजनों को इस सरकार ने अभी तक सरकारी नौकरी भी नहीं दी है।
इसके अलावा जो सबसे बड़ा आरोप है कि हार्दिक पटेल ने भाजपा में शामिल होने के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस में पाटीदार प्रदर्शनकारियों को समाज विरोधी बताया था।
हार्दिक पटेल से पाटीदार नेताओं की नाराजगी का अंजादा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जिस दिन से भाजपा में शामिल होने के लिए उसके दफ्तर गये थे। उस दिन पाटीदारों ने अपनी होर्डिंग पर लगी हार्दिक की तस्वीरों पर कालिख पोत दी थी।
इसके अलावा पाटीदार आंदोलन के कई अन्य युवाओं ने सोशल मीडिया पर हार्दिक पटेल के भाजपा में शामिल होने के फैसले की कड़ी आलोचना की थी।