'रद्द हो सकती है हज यात्रा-2020, अब तक नहीं हुई रवानगी की घोषणा', महाराष्ट्र हज समिति ने केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय को लिखा पत्र

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 31, 2020 09:18 AM2020-05-31T09:18:35+5:302020-05-31T09:18:35+5:30

कोरोना के चलते इस वर्ष होने वाली हज यात्रा की सारी प्रक्रियाएं भी अब तक बंद ही रखी गई हैं. वहीं हज यात्रा रद्द होने की संभावनाओं के चलते ही महाराष्ट्र राज्य हज समिति ने केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय को पत्र लिखा है. समिति ने केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को पत्र में हज 2020 पर तत्काल निर्णय लेकर लोगों के बीच बने असमंजस को दूर करने की गुहार लगाई है.

'Haj pilgrimage may be canceled 2020, declaration of departure not yet done', Maharashtra Haj Committee writes letter to Union Minority Ministry | 'रद्द हो सकती है हज यात्रा-2020, अब तक नहीं हुई रवानगी की घोषणा', महाराष्ट्र हज समिति ने केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय को लिखा पत्र

सऊदी से कोई स्पष्टीकरण नहीं होने के कारण ही अब तक भारत से हज यात्रा की रवानगी व वापसी को लेकर घोषणा नहीं की गई है.

Highlightsकोरोना वायरस का असर हर साल वैश्विक स्तर पर होने वाली हज यात्रा पर भी नजर आ रहा है. इस वर्ष 'हज यात्रा-2020' रद्द होने की संभावना बनती दिखाई दे रही है.

नागपुर: कोरोना वायरस ने समूचे विश्व को प्रभावित किया है. इसका असर हर साल वैश्विक स्तर पर होने वाली हज यात्रा पर भी नजर आ रहा है. इस वर्ष 'हज यात्रा-2020' रद्द होने की संभावना बनती दिखाई दे रही है. बता दें कि जून में भारत से हज यात्रा आरंभ हो जाती है. इसी लिए मार्च महीने में हज यात्रा की रवानगी का शेड्यूल घोषित कर दिया जाता है. लेकिन हज कमेटी ऑफ इंडिया ने अब तक इसकी घोषणा नहीं की है.

कोरोना के चलते इस वर्ष होने वाली हज यात्रा की सारी प्रक्रियाएं भी अब तक बंद ही रखी गई हैं. वहीं हज यात्रा रद्द होने की संभावनाओं के चलते ही महाराष्ट्र राज्य हज समिति ने केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय को पत्र लिखा है. समिति ने केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को पत्र में हज 2020 पर तत्काल निर्णय लेकर लोगों के बीच बने असमंजस को दूर करने की गुहार लगाई है.

राज्य से 28 हजार आवेदन, 12,500 चयनित इस वर्ष महाराष्ट्र से 28 हजार लोगों ने हज यात्रा के लिए आवेदन किया था. इनमें से 12 हजार 500 लोगों का चयन भी किया गया. इनमें नागपुर समेत संपूर्ण विदर्भ के चयनितों का समावेश हैं. राज्य हज समिति ने संपूर्ण महाराष्ट्र में प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाए. इसके लिए 120 प्रशिक्षक भी तैयार किए थे. खादिमुल हुज्जाज भी नियुक्त किए गए थे. लेकिन कोरोना के चलते यह सारी प्रक्रियाएं बंद रहीं.

चयनितों की जमा रकम मुआवजे के साथ वापस करें

राज्य हज समिति के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने लिखे गए पत्र में कहा है कि कोरोना महामारी के चलते हज यात्रा संभव नहीं है. 30 जुलाई को हज का दिन मुकर्रर है. इसी के चलते जून में रवानगी होती है. लेकिन अब तक रवानगी की घोषणा नहीं हुई है. इससे साफ है कि इस बार हज संभव नहीं है. 

उन्होंने कहा कि चयनितों ने फरवरी महीने में हज कमेटी को 2 लाख 1 हजार रुपए का भुगतान किया है. उनकी रकम अब भी जमा है. जमाल ने मांग स्वरूप कहा कि चयनितों के पैसे वापस किए जाएं, साथ ही सरकार उन्हें मुआवजा भी दे. वर्जन सऊदी सरकार ने हज प्रक्रिया रोक रखी है कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलतेे सऊदी सरकार ने हज-2020 की प्रक्रिया को अब तक रोक रखा है.

वहीं,  हज कमेटी ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मकसूद अहमद खान ने कहा की सऊदी से कोई स्पष्टीकरण नहीं होने के कारण ही अब तक भारत से हज यात्रा की रवानगी व वापसी को लेकर घोषणा नहीं की गई है. केंद्रीय हज समिति और सरकार को फिलहाल सऊदी सरकार के जवाब का इंतजार है. हज यात्रा की संभावना दिखाई नहीं दे रही है.

 

Web Title: 'Haj pilgrimage may be canceled 2020, declaration of departure not yet done', Maharashtra Haj Committee writes letter to Union Minority Ministry

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