पंजाब के बठिंडा जिले में स्वर्णाक्षरों से लिखा जा रहा है गुरु ग्रंथ साहिब
By बलवंत तक्षक | Published: December 18, 2019 07:41 AM2019-12-18T07:41:47+5:302019-12-18T07:41:47+5:30
सोने की स्याही पर करीब सवा दो लाख रु पए खर्च होंगे, जबकि इस प्रोजेक्ट पर करीब दस लाख रु पए खर्च होने का अनुमान है.
पंजाब में अब सोने की स्याही से श्री गुरु ग्रंथ साहिब लिखा जा रहा है. बठिंडा जिले में कल्याण सुखा गांव के स्कूल में संगीत शिक्षक के तौर पर कार्यरत मनिकरत सिंह ने यह संकल्प लिया है. वे इस काम पर प्रतिदिन छह घंटे लगा कर 19 लाइन लिखते हैं. उनका यह प्रोजेक्ट तीन साल में पूरा होगा.
सोने की स्याही पर करीब सवा दो लाख रु पए खर्च होंगे, जबकि इस प्रोजेक्ट पर करीब दस लाख रु पए खर्च होने का अनुमान है. पूरा गुरुग्रंथ साहिब सोने की स्याही से ही तैयार की जाएगी. मनिकरत ने इसके लिए शिरोमणि गुरु द्वारा प्रबंधक कमेटी से मंजूरी ले ली है. इसके लिए प्राचीन तकनीक से विशेष स्याही तैयार करने का फार्मूला सिख विद्वान भाई साहिब सिंह ने दिया है. जपुजी साहिब की वाणी लिख चुके मनिकरत ने पत्नी के प्रोत्साहित करने पर सोने की स्याही से श्री गुरु ग्रंथ साहिब लिखना शुरू किया है.