गुरुग्राम: आठ जगहों पर नमाज के लिए दी गई मंजूरी वापस, स्थानीय लोग लगातार कर रहे थे विरोध
By विशाल कुमार | Published: November 3, 2021 12:06 PM2021-11-03T12:06:52+5:302021-11-03T12:54:53+5:30
गुरुग्राम प्रशासन ने आगे कहा कि यदि अन्य स्थानों पर भी स्थानीय लोगों को आपत्ति है तो वहां भी नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. नमाज किसी भी मस्जिद, ईदगाह या किसी निजी या निश्चित स्थान पर पढ़ी जा सकती है.
नई दिल्ली:गुरुग्राम प्रशासन ने खुले में नमाज अदा करने के लिए जिन 37 स्थानों पर मंजूरी दी थी मंगलवार को उसमें से आठ स्थलों पर से नमाज अदा करने की अनुमति वापस ले ली है.
चार दिन पहले ही गुड़गांव पुलिस ने शुक्रवार की नमाज को बाधित करने का प्रयास करने के आरोप में दक्षिणपंथी संगठनों के सदस्यों सहित 26 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया था.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, जिला प्रशासन के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, स्थानीय लोगों और आरडब्ल्यूए की आपत्ति के बाद अनुमति रद्द कर दी गई.
इन आठ स्थलों में सेक्टर 49 में बंगाली बस्ती, डीएलएफ फेज-3 के वी ब्लॉक, सूरत नगर फेज-1, खेरकी माजरा गांव के बाहरी इलाके, द्वारका एक्सप्रेसवे के पास दौलताबाद गांव के बाहरी इलाके, सेक्टर 68 में रामगढ़ गांव के पास, डीएलएफ स्क्वायर टॉवर के पास और रामपुर गांव से नखरोला रोड तक शामिल हैं.
बयान में कहा गया है कि किसी भी सार्वजनिक और खुले स्थान पर नमाज अदा करने के लिए प्रशासन की अनुमति आवश्य होती है.
प्रशासन ने आगे कहा कि यदि अन्य स्थानों पर भी स्थानीय लोगों को आपत्ति है तो वहां भी नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. नमाज किसी भी मस्जिद, ईदगाह या किसी निजी या निश्चित स्थान पर पढ़ी जा सकती है.
जिला प्रशासन ने यह भी बताया कि इस मुद्दे पर चर्चा करने और भविष्य में नमाज अदा करने के लिए स्थानों की पहचान करने के लिए गुरुग्राम के उपायुक्त यश गर्ग द्वारा एक समिति का गठन किया गया है, जिसमें एक सबडिविजनल मजिस्ट्रेट, एक सहायक पुलिस आयुक्त और धार्मिक संगठनों और नागरिक समाज समूहों के सदस्य शामिल हैं.
समिति यह सुनिश्चित करेगी कि किसी सड़क, चौराहे या सार्वजनिक स्थान पर नमाज अदा न की जाए. इसके अलावा, यह नमाज अदा करने के लिए जगह निर्धारित करते समय स्थानीय लोगों से सहमति लेगा.
इससे पहले कई मौकों पर गुरुग्राम के निवासियों ने सार्वजनिक मैदान पर शुक्रवार की नमाज के खिलाफ शिकायत की थी और विरोध प्रदर्शन किया था.