पश्चिम बंगाल में गुजराती राज्यपाल! नितिन पटेल, चूडासमा और व्यास के नाम की चर्चा
By महेश खरे | Published: June 19, 2019 07:35 AM2019-06-19T07:35:14+5:302019-06-19T07:35:14+5:30
ममता बनर्जी और भाजपा के बीच चल रही सियासी खींचतान के बीच केन्द्र सरकार ने पश्चिम बंगाल में गुजराती राज्यपाल की नियुक्ति पर मंथन शुरू कर दिया है. वर्तमान राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है. इसके पहले भाजपा नए राज्यपाल का नाम तय कर लेगी. अमित शाह 3-4 जुलाई को गुजरात के दौरे पर रहेंगे.
गृहमंत्री बनने के बाद उनकी पहली गुजरात यात्रा के एजंडे के विषयों में एक विषय बंगाल के नए राज्यपाल के लिए गुजरात से संभावनाएं तलाशना भी है. राज्यसभा उपचुनाव की रणनीति और गुजरात में भाजपा के सदस्यता अभियान मिशन-20 लाख पर कार्यकर्ताओं से विचार- विमर्श भी वह करेंगे. तीन नामों का पैनल तैयार भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार राज्यपाल पद के लिए तीन से चार नामों का पैनल तैयार है.
दीदी के उस बयान को केन्द्र सरकार ने गंभीरता से लिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे पश्चिम बंगाल को गुजरात नहीं बनने देंगी. किसी गुजराती को राज्यपाल बनाने की एक बड़ी वजह यह भी मानी जा रही है. इसके लिए उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल, शिक्षामंत्री भूपेन्द्र सिंह चूडासमा, पूर्व मंत्री जयनारायण व्यास में से किसी एक के नाम को फाइनल किया जा सकता है. तीनों नेता वरिष्ठ, अनुभवी और पीएम मोदी के भरोसेमंद हैं.
यदि किसी प्रशासनिक चेहरे पर विचार हुआ तो सीएम विजय रुपानी के एडीशनल चीफ सैक्रेटरी कैलाशनाथ के नाम पर भी मोहर लग सकती है. कैलाशनाथ पीएम नरेन्द्र मोदी की भी गुड बुक में हैं. इन चार नामों में से ही किसी को पश्चिम बंगाल के राजभवन में भेजने की प्रबल संभावनाएं हैं.