राजपूतानियों ने रचा 'तलवार रास' का विश्व रिकार्ड, ध्रोल में ऐतिहासिक युद्ध की स्मृति में हुआ आयोजन
By महेश खरे | Published: August 24, 2019 08:04 AM2019-08-24T08:04:39+5:302019-08-24T08:04:39+5:30
अखिल गुजरात राजपूत महिला संघ के इस कार्यक्रम में भूचर मोरी के शहीदों को वीरोचित श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस दौरान राजपूतानियों ने तलवार रास का विश्व रिकॉर्ड बनाया.
सौराष्ट्र के ध्रोल के भूचर मोरी के मैदान पर राजपूतों की ऐतिहासिक वीरगाथा की स्मृति में गुजरात की 2000 से अधिक राजपूतानियों ने तलवार रास करके वर्ल्ड रिकार्ड बनाया. केंद्रीय मंत्री वी.के. सिंह की मौजूदगी में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जामनगर पुलिस की जानीमानी रास मंडली ने इन महिलाओं को प्रशिक्षण दिया था.
अखिल गुजरात राजपूत महिला संघ के इस कार्यक्रम में भूचर मोरी के शहीदों को वीरोचित श्रद्धांजलि अर्पित की गई. महाभारत के युद्ध के बाद विक्र म संवत 1648 में हुए सर्वाधिक रक्तरंजित युद्धों में एक सौराष्ट्र के ध्रोल स्थित भूचर मोरी के ऐतिहासिक युद्ध में यदुवंशी जाडेजा राजपूतों ने अपने पराक्रम का अद्भुत प्रदर्शन कर मुगलों को छठी का दूध याद दिला दिया था. इस युद्ध में दोनों पक्षों के एक लाख से ज्यादा सैनिक मारे गए थे.
आज भी उन वीर सैनिकोंं की याद में भूचर मोरी के मैदान में उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है. ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार दिल्ली के बादशाह अकबर के आक्रमण से भयभीत अहमदाबाद से भागकर आए गुजरात के अंतिम बादशाह मुजफ्फर शाह (तृतीय) को नवानगर के जामश्री सताजी ने शरण दी थी. मुजफ्फफर शाह को पाने के लिए अकबर ने जामनगर पर आक्र मण किया था.