Gujarat Election 2022: अशोक गहलोत ने कहा, "मोरबी हादसे की जांच से क्यों भाग रही है भाजपा की सरकार, कराये हाईकोर्ट के सीटिंग या रिटायर जज की निगरानी में"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 12, 2022 02:04 PM2022-11-12T14:04:33+5:302022-11-12T14:09:25+5:30
गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की ओर से गुजरात की भूपेंद्र पटेल सरकार पर हमला करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोरबी हादसे की जांच को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आखिर मोरबी दुर्घटना की जांच हाईकोर्ट के रिटायर या सीटिंग जज से कराने में क्या परेशानी है।
दिल्ली: मोरबी पुल हादसे को लेकर गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने हमालवर रूख अख्तियार करते हुए राज्य की भाजपा सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस की ओर से गुजरात की भूपेंद्र पटेल सरकार पर पहला हमला राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बोला और मोरबी हादसे की जांच को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े किये हैं।
अशोक गहलोत ने राज्य सरकार पर हादसे को लेकर गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार मोरबी कांड की गंभीरता को समझने का प्रयास करे। आखिर वो इसकी जांच हाईकोर्ट के सीटिंग जज या फिर रिटायर जज की कमेटी से कराने में क्यों भाग रही है। इसमें राज्य सरकार को क्या समस्या है, यह तो हमारी समझ से परे है। अगर दोषियों को दंड मिलता है तो भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुर्नावृत्ति नहीं होगी और लोगों सावधान रहेंगे।
मोरबी हादसे पर ऐसा नहीं है कि अशोक गहलोत ने पहली बार टिप्पणी की है। इससे पहले भी बीते 30 अक्टूबर को मोरबी पुल टूटने के अगले दिन भी हादसे में मारे गये 135 लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए सीएम अशोक गहलोत ने गुजरात सरकार से घटना की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए सवाल उठाया था कि आखिर कुछ दिनों पहले ही उस पुल का रिनोवेशन हुआ, उसके बाद उसका टूट जाना राज्य सरकार की प्राशासनिक क्षमता को कटघरे में खड़ा करता है।
उसके साथ ही सीएम गहलोत ने पुल टूटने के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की साथ ही घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध करवाने और मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने की भी मांग गुजरात सरकार से मांग की थी।
मालूम हो कि बीते 31 अक्टूबर को कांग्रेस ने मोरबी हादसे में मारे गये लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करने के लिए गुजरात में सभी जिलों में मोमबत्तियां जलाकर मार्च का आयोजन किया था। उसके साथ ही गुजरात में 1 नवंबर से शुरू हुई कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा में मोरबी पुल हादसे पर भाजपा सरकार की नीतियों और कथित भ्रष्टाचार को लेकर घेरने का प्रयास किया था।
कांग्रेस का प्रयास है कि इस विधानसभा चुनाव में मोरबी हादसे को जनता के बीच ले जाए और इसके जरिये वो बीते 27 साल से चल रहे भाजपा शासन की खामियों पर जबरदस्त चोट करे। इतना ही नहीं मोरबी हादसे को लेकर सिर्फ न सिर्फ कांग्रेस बल्कि आम आदमी पार्टी भी राज्य के भाजपा शासन को निशाने पर लेने का प्रयास कर रही है।