गुजरात: नाइट कर्फ्यू में मंत्री के बेटे को रोकने वाली कांस्टेबल सुनीता यादव छुट्टी पर गईं, गिरफ्तारी के कुछ ही देर बाद रिहा हुए तीनों आरोपी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 13, 2020 12:11 PM2020-07-13T12:11:20+5:302020-07-13T12:11:20+5:30
स्वास्थ्य राज्यमंत्री और वराछा रोड से विधायक कुमार कनानी के बेटे प्रकाश कनानी और उसके दोस्तों की उन्हें रोकने का प्रयास कर रही महिला कांस्टेबल सुनीता यादव से तीखी बहस हो गई थी, जिसके ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे।
गुजरात के एक मंत्री के बेटे और उसके दो दोस्तों को सूरत में लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू के कथित उल्लंघन के लिये रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। वहीं, मंत्री के बेटे को रोकने वाली कांस्टेबल सुनीता यादव छुट्टी पर चली गई हैं। स्वास्थ्य राज्यमंत्री और वराछा रोड से विधायक कुमार कनानी के बेटे प्रकाश कनानी और उसके दोस्तों की उन्हें रोकने का प्रयास कर रही महिला कांस्टेबल सुनीता यादव से तीखी बहस हो गई थी, जिसके ऑडियो क्लिप शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। इसके बाद रविवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
ए-डिविजन के सहायक पुलिस आयुक्त सी के पटेल ने कहा कि प्रकाश कनानी और उसके दो दोस्तों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188, 269, 270 और 144 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पटेल ने कहा कि बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया। इस बीच पटेल ने कहा कि यादव बीमारी की छुट्टी पर चली गई हैं और मामले की जांच जारी है। हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का मानना है कि सुनीता यादव ने इस घटना के बात उन्होंने इस्तीफे की पेशकश भी कर दिया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
महिला कांस्टेबल ने आरोप लगाया था कि रात्रि कर्फ्यू के दौरान जब उन्होंने कुछ लोगों को रोका तो उन्होंने उन्हें धमकी दी थी। इसके बाद सूरत के पुलिस आयुक्त आर बी ब्रह्मभट्ट ने शनिवार को इस मामले की जांच के आदेश दिये थे। यादव ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये लागू लॉकडाउन आदेशों का उल्लंघन करने के लिये बुधवार को रात्रि कर्फ्यू के दौरान करीब साढ़े दस बजे प्रकाश कनानी के दोस्तों को रोका था।
इसके बाद दोस्तों ने प्रकाश कनानी को बुलाया, जो अपने पिता की कार में आया और कथित रूप से यादव से बहस करने लगा। इस बहस की ऑडियो क्लिप शनिवार को वायरल हो गई। ऑडियो क्लिप में उसे कांस्टेबल से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि हम चाहें तो तुम्हें 365 दिन इसी जगह खड़ा रखवा सकते हैं। इस पर कांस्टेबल चिल्लाकर कहती है वह तुम्हारे पिता की गुलाम या नौकर नहीं है, जो उसे 365 दिन यहां खड़ा रखवा सकें।
कांस्टेबल सुनीता यादव के इस्तीफे पर अटकलें
वहीं दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कहा कि गुजरात में मंत्री का बिगड़ैल बेटा कर्फ्यू का उल्लंघन कर बिना मास्क घूम रहा था, कांस्टेबल सुनीता यादव ने बिना किसी दबाव में आए अपनी ड्यूटी निभाई। इस कार्य के लिए उन्हें सम्मानित करना चाहिए था पर उन्हें पूरे प्रशासन के दबाव में इस्तीफा देना पड़ रहा है। शर्मनाक!
गुजरात में मंत्री का बिगड़ैल बेटा कर्फ्यू का उल्लंघन कर बिना मास्क घूम रहा था, कांस्टेबल सुनीता यादव ने बिना किसी दबाव में आए अपनी ड्यूटी निभाई। इस कार्य के लिए उन्हें सम्मानित करना चाहिए था पर उन्हें पूरे प्रशासन के दबाव में इस्तीफा देना पड़ रहा है। शर्मनाक!#SunitaYadavpic.twitter.com/7BEYXykPAA
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) July 12, 2020
(सामाचार एजेंसी एएनआई पीटीआई भाषा से इनपुट)