गुजरात: सीएम भूपेंद्र पटेल ने गृह विभाग अपने पास रखा, कैबिनेट में बांटे गए विभाग, जीतू वाघनी शिक्षा, कानुभाई पटेल नए वित्त मंत्री, पीएम ने दी बधाई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 16, 2021 07:41 PM2021-09-16T19:41:37+5:302021-09-16T21:10:18+5:30
पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के नेतृत्व वाले पूर्ववर्ती मंत्रिमंडल के किसी भी सदस्य को नए मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया।
गांधीनगरः गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल नीत मंत्रिमंडल में बृहस्पतिवार को 24 मंत्रियों को शामिल किया गया, जिनमें 21 सदस्य पहली बार मंत्री बने हैं। पूर्ववर्ती मंत्रिमंडल का कोई सदस्य नए मंत्रिमंडल में नहीं है।
गुजरात के नवनियुक्त मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपनी मंत्रिपरिषद में शामिल किये गये 24 सदस्यों को बृहस्पतिवार को विभागों का आवंटन किया। उन्होंने गृह सहित कई विभाग अपने पास ही रखे तथा कोई उपमुख्यमंत्री नियुक्त नहीं किया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, उन्होंने कनुभाई देसाई को वित्त एवं ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल्स विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है।
मुख्यमंत्री पटेल, गृह विभाग के अलावा सामान्य प्रशासन विभाग ,सूचना एवं प्रसारण, उद्योग, खान एवं खनिज, कैपिटल प्रोजेक्ट्स, शहरी विकास, शहरी आवास और नर्मदा तथा बंदरगाह विभाग का प्रभार भी अपने पास रखेंगे। दोपहर में मंत्रियों के शपथ ग्रहण करने के बाद गांधीनगर में हुई मंत्रिमंडल की पहली बैठक में विभागों का आवंटन किया गया।
पूर्ववर्ती विजय रुपाणी सरकार के दौरान विधानसभा अध्यक्ष रहे राजेंद्र त्रिवेदी को राजस्व, कानून और न्याय तथा संसदीय कार्य विभाग कैबिनेट स्तर के मंत्री के रूप में आवंटित किया गया है। जीतूभाई वघानी को कैबिनेट मंत्री के रूप में शिक्षा विभाग दिया गया है, जबकि रिषीकेश पटेल को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और मेडिकल शिक्षा विभाग तथा जल संसाधन व जलापूर्ति विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। विज्ञप्ति के अनुसार, पूर्णेश मोदी सड़क एव भवन, परिवहन, नागर विमानन, पर्यटन, तीर्थयात्रा विभाग संभालंगे।
राघवजी पटेल कृषि एवं पशुपालन विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे। कैबिनेट स्तर के एक अन्य मंत्री, किरीतसिंह राणा को वन, पर्यावरण, जलवायु परविर्तन और प्रिंटिग तथा स्टेशनरी विभाग दिया गया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि नरेश पटेल जनजातीय विकास और खाद्य एवं आपूर्ति विभाग संभालेंगे। प्रदीप परमार को सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्री, जबकि अर्जुनसिंह चौहान को ग्रामीण विकास और ग्रामीण आवास मंत्री बनाया गया है। इसमें कहा गया है कि मंत्रिपरिषद के सबसे युवा सदस्य हर्ष सांघवी गृह राज्य मंत्री होंगे।
वह आपदा प्रबंधन और पुलिस हाउसिंग विभाग भी संभालेंगे। विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य मंत्री मनीषाबेन वकील को महिला एवं बाल विकास विभाग का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। वह सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग की कनिष्ठ मंत्री भी होंगी। वहीं, निमिशा सुतार को जनजाति विकास, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और मेडिकल शिक्षा विभागों का कनिष्ठ मंत्री बनाया गया है।
गुजरात मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए चेहरे उत्कृष्ट कार्यकर्ता: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में बृहस्पतिवार को मंत्री पद की शपथ लेने वाले नेताओं को बधाई दी और कहा कि सभी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उत्कृष्ट कार्यकर्ता हैं जिन्होंने सार्वजनिक सेवा और पार्टी के विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया है।
भाजपा नेता भूपेंद्र पटेल ने पिछले दिनों राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में पद व गोपनीयता की शपथ ली थी। इसके बाद उन्होंने बृहस्पतिवार को अपनी मंत्रिपरिषद का गठन किया। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘गुजरात सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने वाले पार्टी के सभी सहयोगियों को बधाई। यह वे उत्कृष्ट कार्यकर्ता हैं जिन्होंने सार्वजनिक सेवा और हमारी पार्टी के विकास के एजेंडे को बढ़ाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। उन्हें आने वाले कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं।’’
कैबिनेट मंत्रियों के रूप में शपथ लेने वालों में राजेंद्र त्रिवेदी, जीतू वघानी, ऋषिकेश पटेल, पूर्णेश मोदी, राघवजी पटेल, कनुभाई देसाई, किरीट सिंह राणा, नरेश पटेल, प्रदीप परमार और अर्जुन सिंह चौहान शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि इनमें त्रिवेदी, राणा और राघवजी पटेल पहले भी मंत्री रहे हैं।
वहीं, नौ राज्य मंत्रियों में मुकेश पटेल, निमिशा सुतार, अरविंद रैयानी, कुबेर डिंडोर, कीर्ति सिंह वाघेला, गजेंद्र सिंह परमार, आर सी मकवाना, विनोद मोरादिया और देव मालम शामिल हैं। शपथ ग्रहण से पहले ये कयास लगाये जा रहे थे कि नितिन पटेल, भूपेंद्र सिंह चूड़ासमा, कौशिक पटेल, प्रदीपसिंह जाडेजा और आर सी फल्दू जैसे रूपाणी मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्रियों को नये मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जा सकता है। भाजपा ने पुराने मंत्रियों को न दोहराने का फार्मूला अपनाते हुए रूपाणी मंत्रिमंडल के किसी सदस्य को नहीं शामिल किया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा नया दिखने वाले मंत्रिमंडल के साथ 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले एक प्रभाव छोड़ना चाहती है। पाटीदार समुदाय के नेता भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री पद के लिए चुनने के बाद भाजपा ने पटेल और ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) में प्रत्येक से छह, अनुसूचित जाति से चार, अनुसूचित जनजाति से तीन, ब्राह्मण और क्षत्रिय से दो-दो तथा जैन समुदाय से एक सदस्य को मंत्री पद दिया है।