गुजरात उपचुनाव: सभी आठ सीट पर भाजपा ने किया कब्जा, कांग्रेस और हार्दिक पटेल को बड़ा झटका
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 11, 2020 02:09 AM2020-11-11T02:09:58+5:302020-11-11T02:11:32+5:30
182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा सदस्यों की संख्या बढ़कर अब 111 पहुंच गई है। चुनाव परिणाम से निराश कांग्रेस ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी से इस्तीफा देकर पाला बदलने वालों को जनता सबक सिखाएगी।
अहमदाबादः गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा ने जबरदस्त सफलता हासिल करते हुए सभी आठ विधानसभा सीटों पर मंगलवार को जीत दर्ज की। इन आठों सीटों पर तीन नवम्बर को उपचुनाव कराया गया था।
इन सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा सदस्यों की संख्या बढ़कर अब 111 पहुंच गई है। चुनाव परिणाम से निराश कांग्रेस ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी से इस्तीफा देकर पाला बदलने वालों को जनता सबक सिखाएगी।
गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के आठ विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था और इनमें से पांच ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और मंगलवार को जीत दर्ज की। भाजपा उम्मीदवार प्रद्युमन सिंह जडेजा ने अब्दासा सीट से, बृजेश मेर्जा ने मोरबी सीट से, अक्षय पटेल ने कर्जन से, जीतू चौधरी ने कपराद सीट से और जेवी काकड़िया ने धारी सीट से विजय प्राप्त की। इसी तरह भाजपा के उम्मीदवार एवं पूर्व मंत्री किरीट सिंह राणा ने लिम्बडी सीट से, विजय पटेल ने डांग सीट से जबकि गाधड़ा सीट से आत्माराम परमार ने विजय हासिल की।
बिहार चुनाव: राजग की सीटें बढ़ीं, लेकिन मत प्रतिशत 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले घटा
बिहार चुनाव में अपने प्रदर्शन के बल पर भाजपा करीब दो दशक के बाद राजग में जदयू को पीछे छोड़ वरिष्ठ सहयोगी बनी है। ऐसा लगता है कि भाजपा राज्य में अंतत: अपने सहयोगियों की परछाई से बाहर निकल पाई है लेकिन गठबंधन के नए गणित को देखें तो 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले राजग का मत प्रतिशत घटा है। लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (लोजपा समेत) को 40 में से 39 सीटें और 53 फीसदी से अधिक मत मिले थे। बिहार चुनावों में लोजपा अकेले उतरी तथा उसे छह फीसदी से भी कम मत मिले।
हालांकि अब हम और वीआईपी राजग का हिस्सा बन गए। निर्वाचन आयोग के ताजे आंकड़ों के मुताबिक राजग (भाजपा, जदयू, हम और वीआईपी) का सम्मिलित मत प्रतिशत 40 फीसद से कम है। वहीं राजद नीत महागठबंधन को करीब 37 फीसदी मत मिले। लोकसभा चुनाव में जदयू का मत प्रतिशत 21.81 था जबकि विधानसभा चुनाव में महज 15 फीसदी रहा। भाजपा का मत प्रतिशत आम चुनाव में 23.58 फीसदी था और विधानसभा चुनाव में करीब 20 फीसदी रहा।