गुजरातः भुज के बाद अब सूरत में बेटियों का अपमान, फिटनेस टेस्ट के बहाने निर्वस्त्र कराया, मामला खुलने पर लीपापोती में लगा प्रशासन
By महेश खरे | Published: February 22, 2020 08:48 AM2020-02-22T08:48:56+5:302020-02-22T08:48:56+5:30
निर्वस्त्र करवाने का मामलाः एसएमआईएमईआर अस्पताल का प्रबंधन सूरत महानगर पालिका के अधीन है. शर्मनाक तरीके से किए गए महिलाओं के फिटनेस टेस्ट को लेकर हंगामा उस समय हुआ जब मनपा कर्मचारी संगठन ने मनपा कमिश्नर को लिखित शिकायत पत्र सौंपा.
गुजरात में बेटियों के साथ शर्मनाक व्यवहार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं. भुज के बाद सूरत के सूरत नगरपालिका चिकित्सा शिक्षा एवं शोध संस्थान (एसएमआईएमईआर) में महिलाओं के फिटनेस टेस्ट के बहाने निर्वस्त्र किए जाने और उनसे अंतरंग सवाल पूछे जाने की शिकायत पर हंगामा मच गया है. मामला खुलने पर अस्पताल प्रशासन लीपापोती में लगा हुआ है.
एसएमआईएमईआर अस्पताल का प्रबंधन सूरत महानगर पालिका के अधीन है. शर्मनाक तरीके से किए गए महिलाओं के फिटनेस टेस्ट को लेकर हंगामा उस समय हुआ जब मनपा कर्मचारी संगठन ने मनपा कमिश्नर को लिखित शिकायत पत्र सौंपा.
कर्मचारी संघ ने अपनी शिकायत में कहा, ''परीक्षण के लिए कमरे में महिलाओं को एक-एक कर बुलाने की जगह महिला चिकित्सक ने उन्हें 10 के समूह में बुलाकर बिना कपड़ों के एक साथ खड़ा किया. यह निंदनीय है.'' नियुक्ति प्रक्रि या के तहत ये महिलाएं तीन वर्ष का प्रशिक्षण काल पूरा करने के बाद यहां फिजीकल टेस्ट के लिए दस के बैच में भेजी गयी थीं. अंतरंग सवाल पूछे!
शिकायत के अनुसार महिलाओं का सामूहिक परीक्षण किया गया और पे्रग्नेंसी तथा गर्भधारण के बारे में अंतरंग सवाल पूछे गए. हालांकि अधिकारियों ने कहा कि प्रशिक्षण अवधि पूरी होने के बाद नियमों के मुताबिक प्रशिक्षु कर्मचारियों को नौकरी के लिए शारीरिक तौर पर खुद को स्वस्थ साबित करने के लिए शारीरिक परीक्षण से गुजरना होता है.
तीन साल का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद कुछ महिला प्रशिक्षु लिपिक चिकित्सीय परीक्षण के लिए अस्पताल आई थीं, जो अनिवार्य है. कर्मचारी संघ ने कहा कि वह अनिवार्य जांच के खिलाफ नहीं है, लेकिन महिला कर्मचारियों की जांच के लिए प्रसूति वार्ड में जो तरीका अपना गया वह उचित नहीं था.
कमिश्नर को दिए ज्ञापन में मनपा कर्मचारी संगठन के नेताओं ने मामले की जांच की मांग करते हुए डिजीटल टेस्ट के बहाने महिलाओं के साथ हो रही शर्मनाक प्रक्रि या को बंद करने का आग्रह किया है. जांच समिति गठित, 15 दिन में रिपोर्ट देगी हंगामा होने पर पूरे मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया गया है.
यह समिति 15 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी. इसमें मेडिकल कॉलेज की पूर्व डीन डॉ. कल्पना देसाई, सहायक नगरपालिका आयुक्त गायत्री जरीवाला और कार्यकारी अभियंता तृप्ति कलाथिया शामिल हैं. जांच के बाद कार्रवाई करेंगे: मेयर सूरत के मेयर जगदीश पटेल ने कहा कि मामले को लेकर मनपा प्रशासन गंभीर है और तुरंत जांच बैठा दी गई है. जांच रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.