गुजरातः सूरत में आम आदमी पार्टी के 6 पार्षद भाजपा में हुए शामिल, इस्तीफे में कही ये बात
By अनिल शर्मा | Published: April 15, 2023 08:10 AM2023-04-15T08:10:21+5:302023-04-15T08:16:04+5:30
पार्षदों ने अपने इस्तीफा पत्रों में पार्षदों ने कहा कि उन्होंने आप को स्वेच्छा से छोड़ दिया है और किसी ने भी उन्हें लालच या दबाव नहीं डाला है।
अहमदाबादः सूरत नगर निगम (एसएमसी) के छह AAP पार्षदों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और शुक्रवार देर रात गांधीनगर में पार्टी के मुख्यालय श्री कमलम में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी और शिक्षा मंत्री प्रफुल पनसेरिया की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए। पार्षदों ने अपने इस्तीफा पत्रों में पार्षदों ने कहा कि उन्होंने आप को स्वेच्छा से छोड़ दिया है और किसी ने भी उन्हें लालच या दबाव नहीं डाला है।
छह पार्षदों में अशोक धामी (आवास परियोजना), किरण खोखनी (समाज कल्याण और मनोरंजन सांस्कृतिक समिति), घनश्याम मकवाना (प्रकाश और अग्नि समिति), पटेल निराली (स्वास्थ्य समिति), धर्मेंद्र वावलिया (परिवहन गतिशीलता समिति) और अधिवक्ता स्वाति कायदा (विधि समिति) शामिल हैं। । धामी, खोखनी और निराली वार्ड नंबर 5 के हैं, मकवाना और वावलिया वार्ड नंबर 4 के हैं, और कायदा वार्ड नंबर 17 के हैं।
#WATCH | Gujarat: 6 AAP corporators from Surat joined BJP in the presence of state Home Minister Harsh Sanghavi (14/04) pic.twitter.com/Glc2jZAVPU
— ANI (@ANI) April 15, 2023
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि “हम सभी छह AAP पार्षदों का हमारी पार्टी में स्वागत करते हैं। वे जानते हैं कि उन्होंने भाजपा में शामिल होकर सही फैसला लिया है। किसी ने उन्हें लालच या दबाव नहीं डाला। उन्होंने महसूस किया कि आप की नीतियां उनके क्षेत्रों के विकास में बाधक बन रही हैं। वे सूरत शहर के विकास के लिए भाजपा में शामिल हुए हैं।
पार्षदों के पार्टी छोड़ने पर गुजरात आप ने कहा कि दिसंबर में हुए चुनावों में टिकट नहीं दिए जाने के कारण उन्होंने पार्टी छोड़ी है। पार्टी ने कहा, विधानसभा चुनाव में अशोक धामी, किरण खोखानी और धर्मेंद्र वावलिया ने चुनाव लड़ने के लिए टिकट की मांग की थी। उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं। नतीजतन, उन्होंने पार्टी छोड़ दी है। हम अन्य लोगों (जिन्होंने पार्टी छोड़ दी) के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
गौरतलब है कि सूरत नगर निगम में कुल 120 सीटें हैं। भाजपा ने उनमें से 94 जीते थे जबकि AAP ने पहली बार 2021 के निकाय चुनावों में 26 सीटों पर कब्जा किया।