हेलीकॉप्टर दुर्घटना में बचे एक मात्र शख्स ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत नाजुक, वेलिंगटन से बेंगलुरु में किया जा सकता है रेफर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 9, 2021 11:53 AM2021-12-09T11:53:44+5:302021-12-09T11:55:18+5:30
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के एक स्रोत के मुताबिक वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत नाजुक लेकिन स्थिर बनी हुई है। उन्हें निगरानी में रखा गया है।
नई दिल्ली: सीडीएस जनरल बिपिन रावत के दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर के हादसे में बचने वाले एक मात्र शख्स ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के एक स्रोत के मुताबिक वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत नाजुक लेकिन स्थिर बनी हुई है। उन्हें लाइफ सपोर्ट में रखा गया है।
बैंगलुरु के कमांड अस्पताल में किया जा सकता है रेफर
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह डॉक्टरों की निगरानी में हैं। सोर्स की माने तो आवश्यकता पर उन्हें वेलिंगटन से बैंगलुरु के कमांड अस्पताल में स्थानांतरित किया जा सकता है। वहीं केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संसद के दोनों सदनों को बताते हुए कहा कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्हें लाइफ सपोर्ट में रखा गया है।
Group Captain Varun Singh is on life support in Military Hospital, Wellington. All efforts are being made to save his life: Defence Minister Rajnath Singh in his statement in Lok Sabha on the military chopper crash in Tamil Nadu pic.twitter.com/GLU8owBIBk
— ANI (@ANI) December 9, 2021
एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में हो रही है जाँच
वहीं क्रैश हुए एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स को आज बरामद कर लिया है, इससे दुर्घटना की वजह का पता चल सकेगा। भारतीय वायुसेना के एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय वायुसेना के एमआई-17 की त्रि-सेवा जांच का नेतृत्व कर रहे हैं। वे भारतीय वायु सेना के प्रशिक्षण कमान के कमांडर हैं और खुद एक हेलीकॉप्टर पायलट हैं।
वेलिंगटन डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में डायरेक्टिंग स्टाफ हैं ग्रुप कैप्टन
सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में घायल हुए भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंगटन (नीलगिरी हिल्स) स्थित डिफेंस सर्विस स्टाफ कालेज में डायरेक्टिंग स्टाफ हैं। साल 2020 में एक हवाई इमरजेंसी के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया जा चुका है। वे उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रुद्रपुर तहसील के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले हैं।