Grand Challenges Annual Meeting: भविष्य इनोवेशन में निवेश करने वालों का होगा, पीएम बोले- भारत में रिकवरी रेट 88%
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 19, 2020 08:43 PM2020-10-19T20:43:32+5:302020-10-19T21:08:25+5:30
ग्रैंड चैलेंज्स एनुअल मीटिंग 2020 में पीएम ने कहा कि भारत में, हमारे पास एक मजबूत और जीवंत वैज्ञानिक समुदाय है। हमारे पास अच्छे वैज्ञानिक संस्थान भी हैं। पिछले कुछ महीनों के दौरान COVID19 से लड़ने में वे भारत की सबसे बड़ी ताकत रहे हैं।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भविष्य विज्ञान और इनोवेशन में निवेश करने वालों का होगा। लेकिन, इसके लिए विज्ञान और इनोवेशन में सही ढंग से निवेश करना होगा। तभी हमें सही समय पर इसका लाभ मिल सकता है।
ग्रैंड चैलेंज्स एनुअल मीटिंग 2020 में पीएम ने कहा कि भारत में, हमारे पास एक मजबूत और जीवंत वैज्ञानिक समुदाय है। हमारे पास अच्छे वैज्ञानिक संस्थान भी हैं। पिछले कुछ महीनों के दौरान COVID19 से लड़ने में वे भारत की सबसे बड़ी ताकत रहे हैं।
आज भारत में प्रतिदिन कोविड मामलों की संख्या में गिरावट देखी जा रही है। भारत में रिकवरी रेट 88% है। यह इसलिए हुआ क्योंकि भारत लॉकडाउन अपनाने वाले सबसे पहले देशों में से एक था। मास्क के उपयोग को प्रोत्साहित किया गया। हम रैपिड एंटीजन टेस्ट करने वाले सबसे पहले देशों में रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विज्ञान और नवाचार में अच्छी तरह योजनाबद्ध निवेश का आह्वान करते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में निवेश करने वाले समाज दुनिया का भविष्य तय करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि इसमें सहयोग और जन भागीदारी की प्रमुख भूमिका होगी।
मोदी ने ग्रैंड चैलेंजेज कार्यक्रम की वार्षिक बैठक 2020 के उद्घाटन समारोह में कहा, ‘‘भविष्य को उन समाजों द्वारा आकार दिया जाएगा, जो विज्ञान तथा नवाचार में निवेश करते हैं।’’ उन्होंने कहा कि इन निवेशों के संबंध में पहले से ही अच्छी तरह योजनाएं बनानी चाहिए और इसे अदूरदर्शी तरीके से नहीं किया जा सकता है।
In India, we have a strong & vibrant scientific community. We also have good scientific institutions. They have been India’s greatest assets, specially during the last few months, while fighting COVID-19. From containment to capacity building, they have achieved wonders: PM Modi pic.twitter.com/mYQHCAKENi
— ANI (@ANI) October 19, 2020
सही समय पर फल प्राप्त करने के लिए विज्ञान और नवोन्मेष में अग्रिम निवेश जरूरी है। नवोन्मेष की यात्रा साझेदारी और जन भागीदारी से निर्धारित होनी चाहिए। भारत में कोविड-19 के दैनिक मामलों की संख्या और इसकी वृद्धि दर में कमी आ रही है, वायरस से स्वस्थ होने की दर 88 प्रतिशत तक हो गई है जो इस मामले में सर्वोच्च दरों में शामिल है। भारत ने स्वच्छता बढ़ाने और शौचालयों की संख्या बढ़ाने समेत अनेक प्रयास किये हैं जो बेहतर स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में योगदान दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि आज भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि आज भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है और इससे ठीक होने की दर 88 प्रतिशत तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए संभव हो सका क्योंकि भारत ने सबसे पहले लॉकडाउन लगाया और लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया।
‘‘ग्रैंड चैलेंजेस’’ की वार्षिक बैठक को वीडियो कांफ्रेस से संबोधित करते हुए अपने उद्घाटन भाषण में मोदी ने कहा कि कोविड संक्रमण का टीका विकसित करने के मामले में हम अग्रिम मोर्चे पर है और इनमें से कुछ तो ‘‘एडवांस स्टेज (अग्रिम स्तर)’’ पर हैं। उन्होंने कहा कि आज हम देख रहे है कि देश में कोरोना संक्रमण के मामले प्रति दिन घट रहे हैं और इसकी वृद्धि की दर में भी कमी आई है।
भारत में आज ठीक होने की दर भी 88 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा इसलिए संभव हुआ क्योंकि भारत लॉडाउन लागू करने वाला पहला देश था। भारत पहले देशों में था जिसने मास्क के इस्तेमाल को लेकर लोगों को प्रोत्साहित किया। संक्रमण का पता लगाने के लिए भारत ने प्रभावी तरीके से काम किया और रेपिड एंटीजन जांच शुरू करने वाले पहले देशों में था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम यहीं रूकने वाले नहीं हैं। हम टीका वितरण का तंत्र भी विकसित कर रहे हैं।’’
मोदी ने कहा कि भारत ने स्वच्छता बढ़ाने और शौचालयों की संख्या बढ़ाने समेत अनेक प्रयास किये हैं जो बेहतर स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में योगदान दे रहे हैं। ‘‘ग्रैंड चैलेंजेस’ पिछले 15 वर्षों से स्वास्थ्य और विकास के क्षेत्र में चुनौतियों का समाधान करने में नवाचार के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। ‘‘ग्रैंड चैलेंजेस’’ इंडिया की स्थापना भारत सरकार के जैव-तकनीकी विभाग और बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन की साझेदार से 2012 में किया गया था।
#WATCH| India has one of the highest recovery rates of 88%. This happened because India was one of the first countries to adopt a flexible lockdown....India is now at forefront of vaccine development for COVID-19: PM Narendra Modi at Grand Challenges Annual Meeting pic.twitter.com/3Joq8PBbGa
— ANI (@ANI) October 19, 2020