CM नीतीश के सड़क छाप वाले बयान से गरमाई सियासत, महागठबंधन के नेताओं ने जताया ऐसे विरोध
By एस पी सिन्हा | Published: January 10, 2019 05:23 PM2019-01-10T17:23:09+5:302019-01-10T17:23:09+5:30
राजद में हाल ही शामिल हुए विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी के शामिल होने के सवाल पर पूछे गये एक सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 'सड़क छाप', दिये गये बयान के बाद विवाद उत्पन्न हो गया है. वहीं, महागठबंधन के नेता राजभवन मार्च के दौरान पुलिस से भिड़ गये. मार्च के दौरान पुलिस ने रोका, तो वे लोग हंगामे पर उतर आए. बाद में किसी तरह मामला शांत हुआ.
बिहार में महागठबंधन के नेताओं ने गुरुवार (10 जनवरी) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ विरोध मार्च निकाला. महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार शब्दों की मर्यादा तोड़ रहे हैं. वे हमारे नेताओं को नीच और सड़क छाप कह रहे हैं.
राजद में हाल ही शामिल हुए विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी के शामिल होने के सवाल पर पूछे गये एक सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 'सड़क छाप', दिये गये बयान के बाद विवाद उत्पन्न हो गया है. वहीं, महागठबंधन के नेता राजभवन मार्च के दौरान पुलिस से भिड़ गये. मार्च के दौरान पुलिस ने रोका, तो वे लोग हंगामे पर उतर आए. बाद में किसी तरह मामला शांत हुआ.
विरोध मार्च के दौरान महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमारे नेताओं को नीच और सड़क छाप कह रहे हैं. इसे लेकर पिछले दिनों महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई थी और गुरुवार विरोध मार्च निकालने का निर्णय लिया गया था.
मुख्यमंत्री के बयान के विरोध में महागठबंधन के नेताओं का सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राजभवन गया. पूरा विवाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस बयान से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने महागठबंधन के नेताओं को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में 'सड़क छाप' शब्द का प्रयोग किया था.
लोकसंवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन में नये नेताओं के सवाल पर कहा कि किसी को भी सड़क से उठा कर गठबंधन में नेता बना लिया जा रहा है. नीतीश के इस बयान को विपक्ष ने आत्मसम्मान का मुद्दा बनाते हुए मुख्यमंत्री के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है.
मुख्यमंत्री के बयान को विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी से जोड़ कर देखा जा रहा है. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान की बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व राजद नेता तेजस्वी यादव और पूर्व केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बयान की कड़ी निंदा की है.
यहां बता दें कि इसके पहले भी रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर 'नीच' बोलने का आरोप लगाया था. इसे लेकर भी कुशवाहा ने बयान की निंदा की थी और माफी मांगने के लिए कहा था.
उन्होंने यह भी कहा था कि गलत बयान के लिए नीतीश कुमार सार्वजनिक रूप से माफी मांगें. हालांकि उस बयान का कुछ रिजल्ट निकला नहीं, 'सड़क छाप' का नया मामला सामने आ गया.