भारतीय स्टेट बैंकः दिनेश खारा होंगे नए चेयरमैन, रजनीश कुमार का स्थान लेंगे, जानिए इनके बारे में
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 6, 2020 10:19 PM2020-10-06T22:19:46+5:302020-10-06T22:19:46+5:30
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के वरिष्ठतम प्रबंध निदेशक दिनेश कुमार खारा बैंक के नये चेयरमैन होंगे। खारा एसबीआई के मौजूदा चेयरमैन रजनीश कुमार का स्थान लेंगे, जिनका तीन साल का कार्यकाल सात अक्टूबर को पूरा हो रहा है।
नई दिल्लीः सरकार ने दिनेश खारा को एसबीआई चेयरमैन नियुक्त किया। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के वरिष्ठतम प्रबंध निदेशक दिनेश कुमार खारा बैंक के नये चेयरमैन होंगे। खारा एसबीआई के मौजूदा चेयरमैन रजनीश कुमार का स्थान लेंगे, जिनका तीन साल का कार्यकाल सात अक्टूबर को पूरा हो रहा है।
सरकार ने मंगलवार को भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के वरिष्ठतम प्रबंध निदेशक दिनेश कुमार खारा को देश के सबसे बड़े बैंक का चैयरमैन नियुक्त किया। उन्होंने रजनीश कुमार की जगह ली। रजनीश कुमार ने मंगलवार को अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा किया।
वित्त मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक केंद्र सरकार ने दिनेश कुमार खारा को तीन साल के लिए एसबीआई का चेयरमैन नियुक्त किया। पिछले महीने बैंक के बोर्ड ब्यूरो (बीबीबी) ने खारा के नाम की सिफारिश एसबीआई के अगले चेयरमैन के रूप में की थी। परंपरा के अनुसार एसबीआई के चेयरमैन की नियुक्ति बैंक में सेवारत प्रबंध निदेशकों के समूह से की जाती है।
खारा 2017 में भी चेयरमैन पद के दावेदारों में शामिल थे
दिलचस्प बात यह है कि खारा 2017 में भी चेयरमैन पद के दावेदारों में शामिल थे। खारा को अगस्त 2016 में तीन साल के लिए एसबीआई के प्रबंध निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था। बाद में उन्हें प्रदर्शन की समीक्षा के बाद 2019 में दो साल का सेवा विस्तार मिला।
खारा दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से पढ़े हैं और अब तक एसबीआई के वैश्विक बैंकिंग प्रभाग के प्रमुख थे। उनके पास बोर्ड स्तर का पद है और वे एसबीआई की गैर-बैंकिंग सहायक कंपनियों के कारोबार का निरीक्षण भी करते थे। खारा प्रबंध निदेशक नियुक्त किए जाने से पहले एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (एसबीआईएमएफ) के एमडी और सीईओ थे।
परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में एसबीआई में शामिल हुए थे
खारा 1984 में परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में एसबीआई में शामिल हुए थे और उन्होंने अप्रैल 2017 में एसबीआई के पांच सहायक बैंकों और भारतीय महिला बैंक के एसबीआई में विलय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। नए एसबीआई चेयरमैन के सामने एक चुनौतीपूर्ण कार्यकाल होगा, क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण बैंकिंग क्षेत्र एक बड़े संकट से गुजर रहा है। इस नियुक्ति पर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने की।
परंपरा रही है कि एसबीआई के चेयरमैन की नियुक्ति उस समय कार्यरत प्रबंध निदेशकों में से की जाती है। दिलचस्प तथ्य यह है कि खारा 2017 में भी चेयरमैन पद के दावेदारों में से थे। खारा को अगस्त, 2016 में तीन साल के लिए एसबीआई का प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया था। उनके प्रदर्शन की समीक्षा के बाद 2019 में उन्हें दो साल का विस्तार दिया गया।
दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के छात्र रहे खारा एसबीआई के वैश्विक बैंकिंग प्रभाग के प्रमुख हैं। वह बोर्ड स्तर के पद पर हैं और एसबीआई की गैर-बैंकिंग अनुषंगियों के कारोबार को देखते हैं। बैंक के प्रबंध निदेशक पर नियुक्ति से पहले खारा एसबीआई फंड्स् मैनेजमेंट प्राइवेट लि. के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) थे।