भारत सरकार: 48 भारतीयों ने बीते दो सालों में ले ली पाकिस्तान की नागरिकता
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 19, 2022 09:41 PM2022-07-19T21:41:28+5:302022-07-19T21:46:28+5:30
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने संसद में बताया कि बीते दो सालों यानी साल 2020 और 2021 के दौरान कुल 48 ऐसे भारतीय नागरिक थे, जिन्होंने भारत की नागरिकता छोड़कर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की नागरिकता अपना ली।
दिल्ली:भारत छोड़कर दुनिया के अन्य देशों की नागरिका हासिल करने वालों में भारी उछाल आया है। लोकसभा में मंगलवार को इस बात की जानकारी देते हुए देश के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने सदन में मौजूद सदस्यों को बताया कि गुजरे करीब तीन सालों में लगभग चार लाख लोगों ने भारतीय नागरिकता छोड़ दी है।
गृह राज्यमंत्री ने यह जानकारी बहुजन समाज पार्टी के सांसद हाजी फजलुर रहमान के सवाल का उत्तर देते हुए दिया। इस पूरे मामले में सबसे दिलचस्प बात यह है कि साल 2020 और 2021 में यह पलायन ऐसे समय में हुआ है, जब भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व कोविड की चपेट में था।
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय की जानकारी में एक और खुलासा हुआ और वो यह है कि बीते दो सालों यानी की साल 2020 और 2021 के दौरान कुल 48 ऐसे भारतीय नागरिक थे, जिन्होंने भारत की नागरिकता छोड़कर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की नागरिकता अपना ली। उन्होंने बताया कि साल 2020 में 7 नागरिकों ने और साल 2021 में 41 भारतीय नागरिकों ने पाकिस्तान का नागरिक होने पसंद किया। जबकि साल 2019 में किसी भी भारतीय नागरिक ने पाकिस्तान का रूख नहीं किया था।
संसद में केंद्रीय मंत्री राय ने कहा कि साल 2019 से 2021 के दौरान कुल 3,92,643 लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ दी। इसमें साल 2019 में 1,44,017, साल 2020 में 85,256 और 2021 में 1,63,370 लोगों ने विदेशी नागरिकता हासिल कर ली।
आंकड़ों के मुताबिक देश छोड़ने भारतीय नागरिकों में सबसे ज्यादा संख्या अमेरिका जाने वाले लोगों की है। उन्होंने बताया कि साल 2019 से 2021 के बीच कुल 1,70,795 भारतीय अमेरिकी नागरिक हो गये । वहीं साल 2021 में अमेरिका ने 78,284 भारतीयों को नागरिकता प्रदान की।
अमेरिका के बाद दूसरा नंबर आता है आस्ट्रेलिया का, जहां करीब 58,391 भारतीयों को बीते तीन साल में नागरिकता मिली। वहीं तीसरे नंबर पर कनाडा रहा, जहां 64,071 भारतीयों ने आशियाना बना लिया। इसके साथ ही ब्रिटेन में 35,435, जर्मनी में 6,690, इटली में 12,131 और न्यूजीलैंड में 8,882 भारतीयों ने स्थाई नागरिकता ले ली।