दिल्ली में मेट्रो लाइट और टायर पर मेट्रो चलाने की संभावनाएं तलाश रही है सरकार, परिचालन लागत से पांच गुणा तक कम होगी

By भाषा | Published: October 15, 2019 08:44 PM2019-10-15T20:44:38+5:302019-10-15T20:44:38+5:30

आवास एवं शहरी मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि मेट्रो रेल चौथे चरण के तीन कॉरीडोर का काम अभी शेष है। इनमें कम लागत वाली ‘मेट्रो ऑन टायर’ और मेट्रो लाइट चलायी जायेगी। उल्लेखनीय है कि दिल्ली मेट्रो रेल प्रबंधन (डीएमआरसी) ने द्वारका सेक्टर 25 से कीर्ति नगर के बीच 19 किमी के रूट पर देश की पहली मेट्रो लाइट चलाने की तैयारी कर ली है।

Government is exploring the possibilities of running metro in Delhi on metro lights and tires | दिल्ली में मेट्रो लाइट और टायर पर मेट्रो चलाने की संभावनाएं तलाश रही है सरकार, परिचालन लागत से पांच गुणा तक कम होगी

बाहरी इलाकों में ग्रामीण क्षेत्रों को मेट्रो रेल से जोड़ने के लिये मेट्रो लाइट और मेट्रो ऑन टायर बेहतर विकल्प होंगे।

Highlightsमेट्रो लाइट का काम शुरु करने के लिये डीएमआरसी को दिल्ली सरकार और फिर केन्द्र सरकार की मंजूरी का इंतजार है।टायर पर चलने वाली मेट्रो की परिचालन लागत, मौजूदा मेट्रो की परिचालन लागत से पांच गुणा तक कम होगी।

दिल्लीमेट्रो के चौथे चरण में जिन तीन कॉरीडोर को काम अभी अधूरा है, उनमें सरकार टायर पर चलने वाली मेट्रो रेल के परिचालन की संभावनाएं तलाश रही है।

आवास एवं शहरी मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि मेट्रो रेल चौथे चरण के तीन कॉरीडोर का काम अभी शेष है। इनमें कम लागत वाली ‘मेट्रो ऑन टायर’ और मेट्रो लाइट चलायी जायेगी। उल्लेखनीय है कि दिल्ली मेट्रो रेल प्रबंधन (डीएमआरसी) ने द्वारका सेक्टर 25 से कीर्ति नगर के बीच 19 किमी के रूट पर देश की पहली मेट्रो लाइट चलाने की तैयारी कर ली है।

इस मार्ग पर मेट्रो लाइट का काम शुरु करने के लिये डीएमआरसी को दिल्ली सरकार और फिर केन्द्र सरकार की मंजूरी का इंतजार है। पुरी ने कहा, ‘‘तीसरे फेज का काम पूरा हो रहा है, चौथे फेज में तीन चरण का काम हो गया है तीन का बाकी है, इनमें मेट्रो लाइट और टायर पर मेट्रो चलाने की योजना है।’’

उन्होंने कहा कि टायर पर चलने वाली मेट्रो की परिचालन लागत, मौजूदा मेट्रो की परिचालन लागत से पांच गुणा तक कम होगी। इसी प्रकार मेट्रो लाइट की लागत मौजूदा मेट्रो से 30 प्रतिशत कम होगी। पुरी ने स्पष्ट किया कि किस इलाके में कौन सी मेट्रो चलायी जाये, यह यात्रियों की संभावित संख्या पर निर्भर करेगा।

कम मांग वाले शहर के बाहरी इलाकों में ग्रामीण क्षेत्रों को मेट्रो रेल से जोड़ने के लिये मेट्रो लाइट और मेट्रो ऑन टायर बेहतर विकल्प होंगे। मेट्रो लाइट और मेट्रो ऑन टायर में छोटे आकार के तीन से छह तक कोच होंगे। इसे छोटे शहरों में चलाये जाने की योजना है।

टायर पर चलने वाली मेट्रो के परिचालन को गुजरात के सूरत शहर में भी चलाने की योजना को मंजूरी दी गयी है। इसका परिचालन करने वाला दिल्ली दूसरा शहर होगा। पुरी ने कहा कि चौथे चरण में शेष बचे तीन कॉरीडोर पर मौजूदा परिचालन वाली मेट्रो रेल के बजाय छोटी मेट्रो चलाने का फैसला किया गया है। किस रूट पर कौन सी मेट्रो चलेगी, यह डीएमआरसी के प्रस्ताव पर निर्भर करेगा। 

Web Title: Government is exploring the possibilities of running metro in Delhi on metro lights and tires

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