पनामा पेपर्स में नया खुलासा: 1140 करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति मिली, 16 भारतीयों पर केस दर्ज
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: July 17, 2018 11:47 AM2018-07-17T11:47:19+5:302018-07-17T11:47:19+5:30
पनामा पेपर्स लीक मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में अब कहा जा रहा है कि दो साल बाद वित्त मंत्रालय की ओर से अपनी बात रखी गई है।
नई दिल्ली, 17 जुलाई: पनामा पेपर्स लीक मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में अब कहा जा रहा है कि दो साल बाद वित्त मंत्रालय की ओर से अपनी बात रखी गई है। वित्त मंत्रालय ने कहा है कि पनामा की लॉ फर्म मोसैक फोनसेका के जरिए ऑफशोर कंपनी बनाने वाले भारतीयों की 1,140 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का पता लगाया गया है।
वैसे मोसैक फोनसेका अब बंद हो चुकी है, इसके पेपर्स लीक होने के बाद ही पनामा पेपर्स की नाम सामने आया था। सरकार की ओर से कहा गया है कि 16 भारतियों का नाम सामने आया है जो अलग-अलग शहरों से अदालती कार्यवाही का सामना कर रहे हैं। अब इस सबमें जांच की जा रही है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट मुताबिक, पनामा पेपर लीक मामले में पहले मुकादम 9 दिसंबर 2016 को कोलकाता की अदालत में दर्ज कराया गया। इसके अलावा अहमदाबाद, बंगलुरु और मुंबई में भी मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
इस मामले में धारा 277 (गलत बयान देने) और 276 (टैक्स वसूली से बचने के लिए प्रापर्टी का ट्रांसफर) के तहत केस दर्ज किए गए हैं। इन धाराओं के तरह आरोपी को दो साल की सजा का प्रावधान है। खबर के अनुसार पनामा पेपर्स में जिन भारतीयों के नाम हैं और जिन पर अब अदालती कार्रवाई चल रही है, उनमें बलराम लोढ़ा, भारमल लोढ़ा, राजेंद्र पाटिल, अनुराग केजरीवाल और धवल पटेल शामिल हैं।
पनामा पेपर्स के नाम से लीक हुए दस्तावेजों को सामने लाने में मुख्य भूमिका अमेरिका स्थित एक एनजीओ खोजी पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय महासंघ (ICIJ) की है। इस केस में अलग अलग क्षेत्रों से करीब 140 लोगों की संपत्ति का भी खुलासा हुआ था।