CRPF जवान और उप-अधिकारियों को खुशखबरी, सरकार कैडर समीक्षा करेगी, 2.37 लाख कर्मी होंगे लाभान्वित
By भाषा | Published: September 17, 2019 08:05 PM2019-09-17T20:05:29+5:302019-09-17T20:05:29+5:30
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से संबंधित कैडर समीक्षा को हरी झंडी दिखा दी है और बल में नए पदों को मंजूरी प्रदान कर दी है। सीआरपीएफ देश का अग्रणी अर्धसैनिक बल है जो कश्मीर घाटी में आतंकवाद रोधी और नक्सल प्रभावित इलाकों में माओवादी रोधी अभियानों सहित अनेक तरह के दायित्व निभाता है।
सरकार ने 2.37 लाख सुरक्षाकर्मियों को फायदा पहुंचाने के लिए जवान और उप-अधिकारी रैंक के सीआरपीएफ कर्मियों की पहली कैडर समीक्षा की : सीआरपीएफ। भाषा नेत्रपाल उमा उमा
देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ के 2.37 लाख जवान और उप-अधिकारी सरकार द्वारा की जाने वाली अब तक की पहली कैडर समीक्षा से ‘‘लाभान्वित’’ होंगे। मंगलवार को जारी एक आदेश में यह बात कही गई।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से संबंधित कैडर समीक्षा को हरी झंडी दिखा दी है और बल में नए पदों को मंजूरी प्रदान कर दी है। सीआरपीएफ देश का अग्रणी अर्धसैनिक बल है जो कश्मीर घाटी में आतंकवाद रोधी और नक्सल प्रभावित इलाकों में माओवादी रोधी अभियानों सहित अनेक तरह के दायित्व निभाता है।
बल ने एक बयान में कहा, ‘‘बल के सामान्य दायित्व कर्मियों की पहली कैडर समीक्षा कांस्टेबल से लेकर निरीक्षक रैंक तक ग्रुप-बी और सी के लगभग 2.37 कर्मियों के चेहरों पर खुशी लाएगी।’’ इसने कहा कि इन कर्मियों के लिए इस पुनर्गठन प्रक्रिया का मतलब करियर में तेजी से आगे बढ़ने का है।
सीआरपीएफ की स्थापना 1939 में ब्रिटिश शासन के तहत क्राउन रेप्रज़ेन्टटिव्स पुलिस के रूप में हुई थी। 1949 में इसका नाम बदलकर सीआरपीएफ कर दिया गया। बल में तीन लाख से अधिक कर्मचारी हैं।