नाथूराम गोडसे और वीर सावरकर के बीच समलैंगिक संबंध के दावे पर मचा बवाल, चक्रपाणि ने कहा- राहुल गांधी हैं होमोसेक्सुअल
By रामदीप मिश्रा | Published: January 3, 2020 01:45 PM2020-01-03T13:45:07+5:302020-01-03T13:45:07+5:30
कांग्रेस सेवादल की ओर से जारी किताब में दावा किया गया है कि नाथूराम गोडसे और वीर सावरकर के बीच समलैंगिक संबंध थे। किताब में महात्मा गांधी की हत्या, नाथूराम गोडसे का भी जिक्र है।
अखिल भारतीय कांग्रेस सेवादल ने गुरुवार को भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में 'वीर सावरकर कितने 'वीर'?' नाम से एक किताब वितरित की। इस किताब में नाथूराम गोडसे और वीर सावरकर के बीच समलैंगिक संबंध होने की बात कही गई है, जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस बीच स्वामी चक्रपाणि ने कांग्रेस पर हमला बोला है और राहुल गांधी को होमोसेक्सुअल करार दिया है।
समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कांग्रेस सेवादल द्वारा जारी बुकलेट पर कहा, 'ये पूर्व हिंदू महासभा अध्यक्ष सावरकर के खिलाफ बेहूदा आरोप लगाया गया है। जाहिर तौर पर हमने यह भी सुना है कि राहुल गांधी होमोसेक्सुअल हैं।'
Akhil Bhartiya Hindu Mahasabha President Swami Chakrapani on statement in Congress Seva Dal booklet 'Godse&Savarkar had physical relations':These are ridiculous allegations against former Mahasabha President Savarkar ji.Similarly we have also heard that Rahul Gandhi is homosexual pic.twitter.com/vDSx0ctzvt
— ANI (@ANI) January 3, 2020
कांग्रेस सेवादल की ओर से जारी किताब में दावा किया गया है कि नाथूराम गोडसे और वीर सावरकर के बीच समलैंगिक संबंध थे। किताब में महात्मा गांधी की हत्या, नाथूराम गोडसे का भी जिक्र है। डॉमिनिक लैपिएर और लैरी कॉलिन की किताब 'फ्रीडम एट मिडनाइट' का जिक्र करते हुए इसमें लिखा है, 'ब्रह्मचर्य धारण करने से पहले नाथूराम गोडसे के एक ही शारीरिक संबंध का ब्यौरा मिलता है और वह समलैंगिक संबंध थे। उनका पार्टनर था उनका राजनैतिक गुरु वीर सावरक।
वहीं, इस मामले की बीजेपी ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस मतिभ्रम की स्थिति में है, इसलिए राष्ट्रभक्तों का अपमान कर रही है। मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष एवं सांसद राकेश सिंह ने कांग्रेस सेवा दल के कार्यक्रम में सावरकर को लेकर बांटे गए साहित्य पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, 'कांग्रेस मतिभ्रम के दौर से गुजर रही है। वह समझ नहीं पा रही कि किसका विरोध करें और किसका समर्थन करें।'
उन्होंने कहा कि इस दौर में कांग्रेस के नेता उन राष्ट्र भक्तों को निशाना बनाने से नहीं चूक रहे जो राष्ट्रभक्त विशेष रूप से बहुसंख्यक आबादी के हितचिंतक रहे हैं।