गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन, कैंसर की बीमारी से थे पीड़ित
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 17, 2019 07:23 PM2019-03-17T19:23:27+5:302019-03-17T20:44:16+5:30
मनोहर पर्रिकर का निधन की ताज़ा खबर: गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन हो गया है। मनोहर पर्रिकर कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री कार्यालय ने रविवार को जानकारी दी कि मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की हालत बेहद नाजुक है।
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार देर शाम निधन हो गया है। वह 63 साल के थे और कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। उनके निधन को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर दुःख जताया है. पर्रिकर पास में डोना पौला में स्थित अपने निजी आवास में रह रहे थे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता माइकल लोबो ने कहा था कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का स्वास्थ्य बहुत ज्यादा खराब हो गया था। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोहर पर्रिकर के स्थान पर नए मुख्यमंत्री का चयन करेंगे। उन्होंने बताया कि पर्रिकर अग्नाशय के कैंसर यानी एडवांस पैंक्रियाज कैंसर (Pancreatic cancer) से पीड़ित थे। पर्रिकर बीते कुछ समय से लगातार बीमार चल रहे थे। अमेरिका में इलाज कराने के बाद भी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ था।
Extremely sorry to hear of the passing of Shri Manohar Parrikar, Chief Minister of Goa, after an illness borne with fortitude and dignity. An epitome of integrity and dedication in public life, his service to the people of Goa and of India will not be forgotten #PresidentKovind
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 17, 2019
भारत के पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का जन्म 13 दिसंबर 1955 को गोवा में हुआ था। पर्रिकर कम उम्र से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ गये थे। आईआईटी बॉम्बे से बीटेक करने के बाद पर्रिकर राजनीति में आ गये और 1994 में गोवा से विधायक चुने गये। पर्रिकर पहली बार साल 2000 में गोवा के मुख्यमंत्री बने। पर्रिकर साल 2012 में दूसरी बार गोवा के सीएम बने। नवंबर 2014 में उन्हें देश का रक्षा मंत्री नियुक्त किया गया। मार्च 2017 में उन्होंने रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा देकर गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
अग्नाशय क्या है
अग्नाश्य कहते हैं, ये पाचन तंत्र का मुख्य अंग और छोटी आंत का पहला भाग होता है। अग्नाशय 6-10 इंच लंबी ग्रंथि होती है जो आमाशय के पीछे पेट में पायी जाती है। अग्नाशय खाना पचाने में मदद करने वाले हार्मोन और एंजाइम को छोड़ता है। अग्नाशय इंसुलिन, ग्लुकागोन, व सोमाटोस्टाटिन हार्मोन बनाने वाला शरीर का सबसे अहम हिस्सा है, जो शरीर के सारे सिस्टम को बेहतर रखने का काम करता है।