गोडसे का महिमामंडन ‘राष्ट्र विरोधी कृत्य’, ऐसे नेताओं को हिदायत क्यों नहीं देते मोदी: कांग्रेस
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 10, 2023 08:41 PM2023-06-10T20:41:32+5:302023-06-10T20:41:32+5:30
कांग्रेस पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने ट्वीट किया, ‘‘महात्मा गांधी राष्ट्रपिता हैं। उनके हत्यारे का महिमामंडन राष्ट्र विरोधी कृत्य है।

गोडसे का महिमामंडन ‘राष्ट्र विरोधी कृत्य’, ऐसे नेताओं को हिदायत क्यों नहीं देते मोदी: कांग्रेस
नई दिल्ली: कांग्रेस ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा ‘भारत का सपूत’ बताए जाने की निंदा करते हुए शनिवार को कहा कि गोडसे का महिमामंडन ‘राष्ट्र विरोधी कृत्य’ है। मुख्य विपक्षी दल ने यह सवाल भी किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऐसे बयान देने वाले नेताओं को हिदायत क्यों नहीं देते?
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘पहले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया। अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उसकी तारीफ़ की है। लेकिन जिस व्यक्ति ने पहले से चले आ रहे ‘निर्मल भारत’ अभियान की रीब्रांडिंग ‘स्वच्छ भारत’ अभियान के रूप में की और महात्मा के चश्मे को उसका लोगो बनाया, वह कुछ नहीं बोलते हैं और न ही अपने सहयोगियों को ऐसा बोलने से रोकने के लिए कोई कार्रवाई करते हैं।’’
पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने ट्वीट किया, ‘‘महात्मा गांधी राष्ट्रपिता हैं। उनके हत्यारे का महिमामंडन राष्ट्र विरोधी कृत्य है। लेकिन आप भाजपा में हैं तो गोडसे का महिमामंडन सम्मान की बात होती है। संवैधानिक पद पर बैठे केंद्रीय गिरिराज सिंह और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के हालिया बयान भाजपा की सोच को दिखाते हैं।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री की चुप्पी का मतलब यही है कि वह इन नेताओं के हर शब्द का समर्थन करते हैं।’’ कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री अपने मंत्रियों, पूर्व मुख्यमंत्रियों, अपने नेताओं को चुप रहने की हिदायत क्यों नहीं देते हैं? क्या प्रधानमंत्री को इस बात का संज्ञान नहीं है कि गिरिराज सिंह ने ऐसा कहा?’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस देश में सारी लड़ाई आज के वक्त गांधी बनाम गोडसे की है। गांधी सत्य, प्रेम, अहिंसा, मोहब्बत के अनुयायी हैं और जो लोग गोडसे के उपासक हैं, वे नफरत के साथ खड़े हैं।’’ उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नाथूराम गोडसे को भारत का 'सपूत' बताया था और कहा था कि वह मुगल शासक बाबर और औरंगजेब की तरह आक्रमणकारी नहीं था क्योंकि वह भारत में पैदा हुआ था।
(कॉपी भाषा)