किसी बड़े घोटाले का संकेत है यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिटः कांग्रेस
By IANS | Published: February 21, 2018 01:47 AM2018-02-21T01:47:00+5:302018-02-21T01:47:54+5:30
'इंवेस्टर्स समिट है या डिसइंवेस्टमेंट समिट' है, क्योंकि जानकारी मिली है कि सरकार लखनऊ विकास प्राधिकरण सहित अन्य प्राधिकरणों की तमाम योजनाओं को नीलामी में रखने जा रही है।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा 21 व 22 फरवरी को लखनऊ में आयोजित इंवेस्टर्स समिट पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने कहा कि सरकार का यह कदम किसी बड़े घोटाले की ओर संकेत करता है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने आईपीएन से बातचीत में सवालिया अंदाज में कहा कि सरकार एक तरफ तो कह रही है कि लाखों करोड़ के एमओयू हो रहे हैं? ऐसे में सरकार को बताना चाहिए कि उन एमओयू में प्रदेश के युवाओं को कितना और कब रोजगार मिलेगा?
उन्होंने कहा कि एक निश्चित समयावधि के भीतर बेरोजगारों को रोजगार मिलना चाहिए, जिसका खुलासा सरकार को करना चाहिए। कहा कि क्या सरकार रोजगारविहीन विकास की ओर बढ़ रही है? राजपूत ने कहा कि सरकार यह भी बताए कि यह 'इंवेस्टर्स समिट है या डिसइंवेस्टमेंट समिट' है, क्योंकि जानकारी मिली है कि सरकार लखनऊ विकास प्राधिकरण सहित अन्य प्राधिकरणों की तमाम योजनाओं को नीलामी में रखने जा रही है। सरकार को इस पर स्पष्टीकरण देना होगा।
प्रवक्ता ने सरकार से यह भी पूछा कि सड़क पर विशेष रूप से लोहिया पथ पर जो लाइट्स अभी कुछ समय पहले लगी थी, उनमें सरकार ने क्या खराबी पाई, जिसकी वजह से वह सारी लाइटें बदली गई हैं। सरकार का यह कदम किसी बड़े घोटाले की ओर संकेत करता है। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2018 से जुड़ी सभी बड़ी बातें जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक कीजिए-
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