गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर में करेंगे अलग पार्टी लॉन्च? कहा- 'ऐसा कोई इरादा नहीं लेकिन राजनीति में....'
By विनीत कुमार | Published: December 5, 2021 09:49 AM2021-12-05T09:49:21+5:302021-12-05T09:51:37+5:30
गुलाम नबी आजाद के सियासी भविष्य को लेकर जारी अटकलों के बीच उन्होंने कहा कि नई पार्टी शुरू करने का कोई इरादा नहीं है। साथ ही वह ये कहना भी नहीं भूले कि राजनीति में कल क्या होगा, ये कोई नहीं जानता है।
श्रीनगर: कांग्रेस के जी-23 गुट में शामिल और मौजूदा कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर कई बार सवाल उठा चुके गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि उनका जम्मू-कश्मीर में कोई नई पार्टी शुरू करने का इरादा नहीं है। साथ ही वे ये कहने से भी नहीं चूके कि राजनीति में आगे क्या हो सकता है, इस बारे में कोई नहीं जानता है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व राज्य सभा सांसद गुलाम नबी आजाद को लेकर हाल में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। आजाद ने जिस तरह जम्मू-कश्मीर में कई बैठकें की और अलग-अलग लोगों से मिले, उसके बाद से नई पार्टी लॉन्च करने को अटकलें जारी हैं।
ये भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस में उनके 20 विश्वसनीय इस्तीफा दे सकते हैं। बहरहाल, आजाद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में मौजूदा रैलियां उन राजनीतिक गतिविधियों को पुनर्जीवित करने के लिए हैं जो राज्य का दर्जा और विशेष दर्जा छीन लिए जाने के बाद रूक गई थीं।
'कांग्रेस में आज आलोचना की जगह नहीं'
पिछले चार दशकों से कांग्रेस में कई प्रमुख पदों पर रहे आजाद ने कहा कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय के विपरीत आज पार्टी में आलोचना के लिए कोई जगह नहीं है।
एनडीटीवी के अनुसार एक रैली को संबोधित करने के बाद आजाद ने टीवी चैनल से कहा, 'कोई भी नेतृत्व को चुनौती नहीं दे रहा है। संभवत: इंदिरा गांधी और राजीव जी ने मुझे सवाल करने के लिए बहुत अधिक स्वतंत्रता दी थी जब चीजें गलत हो रही थीं। वे आलोचना से कभी असहज नहीं होते थे। वे इसे गलत नजर के तौर पर नहीं देखते थे। आज नेतृत्व को यह ठीक नहीं लगता है।'
गुलाम नबी आजाद ने यह भी कहा कि वह राजनीति को छोड़ना चाहते थे पर 'लाखों समर्थकों' के लिए उन्होंने इसे जारी रखने का फैसला किया।
कांग्रेस में इस्तीफे और अपनी बैठकों में जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर की अनुपस्थिति पर आजाद ने कहा कि शायद वह उनकी स्पीड और स्टैमीना से मेल नहीं खाते हैं।