जयराम रमेश अपना DNA जांच कराएं कि वे कहां और किस पार्टी से हैं?, बोले गुलाम नबी आजाद- कांग्रेस को दवा की जरूरत लेकिन उसका डॉक्टर अभी कंपाउंडर है
By अनिल शर्मा | Published: August 29, 2022 12:12 PM2022-08-29T12:12:06+5:302022-08-29T12:40:35+5:30
'आपका रिमोट कंट्रोल भाजपा के हाथ में है' के सवाल पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि घर वालों ने घर छोड़ने पर मजबूर किया और जहां घर वालों को लगे कि यह आदमी नहीं चाहिए तो अकलमंदी खुद घर छोड़ने में है...जो शख्स..
नई दिल्लीः गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश द्वारा उनके डीएनए वाले बयान पर पलटवार किया है। कांग्रेस के पूर्व नेता ने जयराम रमेश को सलाह दी है कि पहले वे अपना डीएनए जांच कराएं कि वे कहां के हैं? पार्टी छोड़ने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस नेताओं द्वारा लगाए आरोपों का जवाब दे रहे थे।
जयराम रमेश अपना DNA चेक करवाएं कि कहां के हैं और किस पार्टी से हैं
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद गुलाम नबी आजाद पर पार्टी को धोखा देने का आरोप लगाते हुए जयराम रमेश ने कहा था कि उनका असली डीएनए मोदीफाइड था, जो उनके इस्तीफे से उजागर हो गया है। इस सवाल के जवाब में आजाद ने कहा, पहले वे (जयराम रमेश) अपना DNA चेक करवाएं कि कहां के हैं और किस पार्टी से हैं। कांग्रेस के पूर्व नेता ने कहा कि वह देखें कि उनका DNA किस-किस पार्टी में रहा है। बाहर के लोगों को कांग्रेस का अता-पता नहीं है। बकौल गुलाम नबी आजाद- चापलूसी और ट्विट कर जिन्हें पद मिले अगर वे आरोप लगाएं तो हमें दुख होता है।
सदन में PM को उन्होंने गले लगाया तो वे मिले हैं या मैं मिला हूं?
'आपका रिमोट कंट्रोल भाजपा के हाथ में है' के सवाल पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि घर वालों ने घर छोड़ने पर मजबूर किया और जहां घर वालों को लगे कि यह आदमी नहीं चाहिए तो अकलमंदी खुद घर छोड़ने में है...जो शख्स अपनी स्पीच खत्म करने के बाद भरी सदन में उनसे (PM से) गले मिले, तो वे मिले हैं या मैं मिला हूं?
'कांग्रेस मेरी दुआ से ठीक नहीं होगी उसके लिए दवा चाहिए'
यही नहीं कांग्रेस पार्टी में चुनाव के सवाल पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अभी उसका डॉक्टर कंपाउंडर है। आजाद ने कहा कि मैं कांग्रेस के लिए दुआ ही कर सकता हूं लेकिन कांग्रेस मेरी दुआ से ठीक नहीं होगी उसके लिए दवा चाहिए। अभी उसका डॉक्टर कंपाउंडर है। अभी कांग्रेस को स्पेशलिस्ट की जरूरत है।
गुलाम नबी आजाद पर कांग्रेस छोड़ने के बाद पार्टी के कई नेताओं द्वारा उनपर हमले किए गए। 26 अगस्त को गुलाम नबी आजाद ने इस्तीफा दिया था। जयराम रमेश ने इसके बाद एक बाद एक ट्वीट कर आजाद पर हमले बोले थे। उन्होंने लिखा था-"जिस व्यक्ति को कांग्रेस नेतृत्व ने सबसे ज़्यादा सम्मान दिया, उसी व्यक्ति ने कांग्रेस नेतृत्व पर व्यक्तिगत आक्रमण करके अपने असली चरित्र को दर्शाया है। पहले संसद में मोदी के आंसू, फिर पद्म विभूषण, फिर मकान का एक्सटेंशन… यह संयोग नहीं सहयोग है !"
रमेश ने एक अन्य ट्वीट में कहा था, "जिस व्यक्ति को कांग्रेस नेतृत्व ने सबसे अधिक सम्मान दिया है, उसने अपने शातिर व्यक्तिगत हमलों से उसे धोखा दिया है जो उसके असली चरित्र को प्रकट करता है। गुलाम नबी आजाद का डीएनए अब बदल चुका है।"