कांग्रेस में एक बार फिर से सामने आया आपसी विवाद!, गुलाम नबी आजाद बोले- 7 दशक में सबसे खराब स्थिति में है पार्टी
By अनुराग आनंद | Published: November 22, 2020 08:57 PM2020-11-22T20:57:59+5:302020-11-22T21:01:40+5:30
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं को होटल के बारे में सोचना बंद कर सड़क पर उतरना होगा। तभी एक बार फिर से पार्टी को मजबूत किया जा सकता है।
नई दिल्ली:कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर से पार्टी को लेकर विवादित बयान दिया है। आजाद ने कहा है कि देश की आजादी के बाद 7 दशक में पहली बार कांग्रेस पार्टी सबसे खराब स्थिति में है।
इसके साथ ही कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में 5 सितारा होटल की संस्कृति है। पार्टी की जिम्मेदारी मिलते ही पार्टी के नेता शहर में सबसे पहले होटल बुक कराने के लिए सोचने लगते हैं।
कांग्रेस पार्टी के नेताओं को होटल के बारे में सोचना बंद कर सड़क पर उतरना होगा। तभी एक बार फिर से पार्टी को मजबूत किया जा सकता है।
Polls aren't worn by 5-star culture. Problem with leaders today is if they get a party ticket, they first book a 5-star hotel. They won't go if there's a rough road. Till the time 5-star culture is given up, one can't win elections: Congress leader Ghulam Nabi Azad https://t.co/ZztM1gJMorpic.twitter.com/HggaZNu3dZ
— ANI (@ANI) November 22, 2020
इससे पहले कपिल सिब्बल ने भी पार्टी को लेकर दिया था विवादित बयान-
इससे पहले कपिल सिब्बल समेत कांग्रेस के 23 वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी को मजबूत करने के संबंध में सुझाव दिए थे। चौधरी ने कहा, ‘‘वह (सिब्बल) कांग्रेस और आत्मविश्लेषण की जरूरत को लेकर बहुत चिंतित प्रतीत होते हैं।
इससे पहले भी उन्होंने सार्वजनिक तौर पर बयान दिए थे। लेकिन वह बिहार में और पिछले साल अन्य राज्यों में चुनाव के दौरान पार्टी के लिए प्रचार करते नहीं नजर आए।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘एसी कमरे में बैठकर उपदेश देने के बजाए उन्हें जमीन पर काम करना चाहिए । बिना कुछ किए दूसरों को नसीहत देने से कुछ भला नहीं होता।
कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बयान देने वालों के खिलाफ अधीर रंजन चौधरी क्या बोले-
पार्टी के खिलाफ विवादित बयान देने वाले नेताओं पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने बिहार चुनाव में हार को लेकर आत्मविश्लेषण संबंधी टिप्पणी के लिए कपिल सिब्बल की आलोचना करते हुए बुधवार को कहा कि पार्टी के कामकाज से जो नाखुश हैं वह सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी करने के बजाए कहीं भी जाने को स्वतंत्र हैं।
चौधरी ने ‘एसी कमरे से उपदेश’ देने के लिए सिब्बल पर कटाक्ष किया और कहा कि नाराज सदस्य चाहें तो दूसरी पार्टी में शामिल हो सकते हैं या अपनी अलग पार्टी बना सकते हैं।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता चौधरी ने सवाल किया कि बिहार चुनाव के दौरान कांग्रेस के लिए सिब्बल ने प्रचार क्यों नहीं किया। उन्होंने कहा ‘‘बिना कुछ किए बोलते रहना आत्मविश्लेषण नहीं है।’’
(एजेंसी इनपुट के आधार पर)