बुजुर्ग पिटाई मामला: भाजपा विधायक की राहुल गांधी समेत ओवैसी और स्वरा भास्कर के खिलाफ रासुका लगाने की मांग
By विनीत कुमार | Published: June 17, 2021 08:46 AM2021-06-17T08:46:57+5:302021-06-17T08:49:48+5:30
गाजियाबाद में एक बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद इसे लेकर राहुल गांधी सहित असदुद्दीन ओवैसी की ओर से हुए ट्वीट को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है।
गाजियाबाद: यूपी के गाजियाबाद के लोनी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने मांग की है कि मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई की घटना के बाद राहुल गांधी सहित असदुद्दीन ओवैसी की ओर से किए गए ट्वीट को लेकर रासुका के तहत कार्रवाई की जाए। साथ ही एक्ट्रेस स्वरा भास्कर के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई है।
नंद किशोर गुर्जर ने आरोप लगाया है कि इनके ट्वीट से सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने की कोशिश की गई है। इस संबंध में विधायक ने लोनी बॉर्डर पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दी है। विधायक के अनुसार राहुल गांधी, ओवैसी और स्वरा भास्कर ने अपने अधिकारिक टि्वटर हैंडल से ट्वीट कर घटना के संबंध में भ्रम फैलाने की कोशिश की।
नंद किशोर गुर्जर के अनुसार वीडियो को जानबूझकर वायरल किया गया तांकि सामाजिक सौहार्द खराब हो और इसे हिंदू-मुस्लिम रंग दिया जा सके। विधायक ने कहा कि यह एक षडयंत्र हैं जिसके तहत देश में सांप्रदायिक दंगे करवा कर राज्य तथा देश को बदनाम करने की कोशिश की गई।
ट्विटर समेत पत्रकारों और कांग्रेस नेताओं पर FIR
बता दें कि इस मामले में मंगलवार रात को गाजियाबाद पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत ट्विटर सहित कुछ कांग्रेस नेताओं, पत्रकार मोहम्मद जुबैर और राणा अयूब के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था। इन पर भी मामले के लेकर गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगा है।
एफआईआर में कहा गया है कि गाजियाबाद पुलिस की ओर से मुद्दे को लेकर स्पष्टीकरण देने के बावजूद आरोपियों ने अपने ट्वीट डिलीट नहीं किए और न ही ट्विटर की ओर से ऐसा कराने का प्रयास किया गया। एफआईआर में ये भी कहा हगा है कि इन ट्वीट ने पूरी घटना को सांप्रदायिक रंग दे दिया जबकि वो सच नहीं था।
गाजियाबाद: क्या है बुजुर्ग पिटाई मामला
दरअसल हाल में अब्दुल समद सैफी नाम के बुजुर्ग शख्स के साथ मारपीट और जबरन उनकी दाढ़ी काटे जाने संबंधी एक वीडियो वायरल हुआ था। ऐसे आरोप लगे कि मारपीट करने वालों ने बुजुर्ग के साथ न केवल अभद्रता की बल्कि उन्हें जय श्री राम के नारे लगाने को कहा।
गाजियाबाद पुलिस की ओर से हालांकि मंगलवार को कहा गया कि आरोपियों ने सैफी को इसलिए पीटा क्योंकि उन्होंने एक ताबीज बेची थी जो आरोपियों के इच्छा के मुताबिक काम नहीं कर सकी। पुलिस ने ये भी कहा कि पीड़ित और आरोपी दोनों एक-दूसरे को पहले से जानते थे। साथ ही इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले में बुधवार को कथित रूप से शामिल दो और लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कहा कि हमले में शामिल जिन पांच लोगों की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि अन्य की तलाश जारी है।